सफाईकर्मी व केयर टेकर नहीं बना सकेंगे बहाना, होगी आनलाइन अटेंडेंस

ग्रामीणों की ओर से अक्सर यह शिकायत रहती है कि सफाईकर्मी गांव में आते ही नहीं। ऐसे में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा रहता है। हालांकि सफाईकर्मी बहाना कर ड्यूटी का हवाला देते हैं और उनका वेतन भी आहरित होता रहता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब गांव में तैनात सफाईकर्मियों को भी आनलाइन अटेंडेंस दर्ज करानी होगी। इसके अलावा सामुदायिक शौचालय पर तैनात केयर टेकर भी बहाना नहीं बना सकेंगे। उन्हें भी अब आनलाइन अटेंडेंस दर्ज करानी होगी।
अभी तक ग्राम पंचायतों में कार्यरत पंचायत सहायक को ही अपने मोबाइल से लोकेशन के साथ अपनी उपस्थिति आनलाइन दर्ज की जाती रही है, लेकिन अब सफाईकर्मी और केयरटेकर के लिए भी यह व्यवस्था लागू होगी। इसके लिए शासन से निर्देश आ गया है। सफाईकर्मियों व केयर टेकर की ओर से पंचायत सहायक की उपस्थिति के लिए विकसित मोबाइल एप या डेस्कटाप कम्प्यूटर के जरिए प्रत्येक कार्य दिवस की उपस्थिति आनलाइन दर्ज करानी होगी।
वेब कैमरा व जीपीएस होगा क्रय
जिन ग्राम सचिवालयों में डेस्कटाप कम्प्यूटर से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वेब कैमरा व जीपीएस नहीं हैं, उन ग्राम सचिवालयों में वित्त आयोग की धनराशि से वेब कैमरा व जीपीएस क्रय किया जाएगा। इसके बाद जनपद स्तर पर अपर जिला पंचायत राज अधिकारी प्रत्येक विकास खंड से रिपोर्ट प्राप्त कर इसे संरक्षित करेंगे और समय-समय पर उच्चाधिकारियों को इससे अवगत कराएंगे। पोर्टल पर उपस्थिति की तकनीकी समस्या का निदान डीपीआरओ के माध्यम से जिला परियोजना प्रबंधक से कराया जाएगा।
15 सितंबर तक डाटा फीड करने का निर्देश
सफाईकर्मियों व केयर टेकर की आनलाइन उपस्थिति के लिए विवरण यथा नाम, मोबाइल नंबर, तैनाती का राजस्व गांव आदि की जानकारी यूपीपीआरडी डाट इन पर 15 सितंबर तक फीड करने का निर्देश शासन से मिला है।
