सेना के जवान चोवाराम सेन बलिदान
सेना के जवानों को ट्रेनिंग देने के दौरान गिरकर गंभीर रूप से घायल सेना के जवान चोवाराम सेन (39 ) बलिदान हो गए। इस घटना से उनके स्वजन व गांव में मातम है। पूरा गांव अब उनके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे हैं।
धमतरी जिला अंतर्गत ग्राम सारंगपुरी निवासी सेना के जवान चोवाराम सेन बलिदान हो गए। उनके बलिदान होने की खबर स्वजन व गांव में मिलते ही शोक की लहर फैल गई। बताया जा रहा है कि उनका पार्थिव शरीर 11 दिसंबर को गांव पहुंचेगा। इसके बाद ही सम्मान के साथ बलिदान चोवाराम सेन के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
स्वजनों ने बताया कि वर्ष 2003 में वे सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे आर्मी ट्रेनर हरियाणा हिसार में पदस्थ थे। एक माह के लिए फायर ट्रेनिंग राजस्थान में गए थे। ट्रेनिंग के दौरान वह गिरकर घायल हो गए। दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोटें आने की वजह से ब्रेन हेमरेज हो गया था। गंभीर हालत में उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां आज रविवार की अलसुबह उनकी मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार ग्राम सारंगपुरी निवासी रामबगस सेन का वह मंझले पुत्र थे। गांव का वह पहले सैनिक थे। उनके साथ ही उनके छोटे भाई डोमेश्वर सेन भी सेना में जीडी के पद पर भर्ती हुए थे। पिता रामबगस सेन किसान हैं। माता कस्तूरी सेन गृहणी है। बड़ा भाई रोशन सेन जिला आरक्षक रुद्री में पदस्थ है। पत्नी गायत्री सेन हरियाणा में है। 13 साल की लड़की और छह साल का लड़का है। घटना के बाद गांव में शोक की लहर है।




