घर में चार्ज हो रही इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी में विस्फोट, आग लगने से बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत
17 सितम्बर 2025 , आगरा : एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक घर में चार्ज हो रही इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी में अचानक विस्फोट हो गया, जिसके कारण भीषण आग लग गई। इस आग में एक बुजुर्ग दंपति की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। इस घटना ने इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा और बैटरी चार्जिंग की सावधानियों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।। मंगलवार की रात को, जब अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे, उस समय 65 वर्षीय रामलाल शर्मा और उनकी 62 वर्षीय पत्नी सुशीला देवी अपने घर में थे। उनके बेटे ने बताया कि रात को करीब 10 बजे उन्होंने अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी को चार्जिंग पर लगाया था। स्कूटी को घर के बरामदे में चार्ज किया जा रहा था, जो कि उनकी रोज़मर्रा की आदत थी। लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह रात उनकी ज़िंदगी की आखिरी रात साबित होगी।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 11:30 बजे अचानक एक ज़ोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी जाग गए। देखते ही देखते घर से लपटें और धुआं उठने लगा। पड़ोसियों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी और कुछ बहादुर लोग आग बुझाने की कोशिश में जुट गए।
लेकिन आग इतनी तेज़ी से फैली कि किसी को भी घर के अंदर जाने का मौका नहीं मिला।दमकल विभाग की टीम करीब 20 मिनट बाद मौके पर पहुंची। तब तक आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घर के अंदर से रामलाल और सुशीला देवी के जले हुए शव बरामद किए गए। इस दृश्य को देखकर मौके पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आग का कारण स्कूटी की बैटरी में हुआ विस्फोट था। विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी में अगर सही तरीके से चार्जिंग न हो या बैटरी खराब हो, तो उसमें शॉर्ट सर्किट या ओवरहीटिंग की वजह से विस्फोट हो सकता है। इस मामले में भी यही माना जा रहा है कि बैटरी में कोई तकनीकी खराबी थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ।स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि स्कूटी और उसकी बैटरी किस कंपनी की थी और क्या यह प्रमाणित थी या नहीं। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि चार्जिंग के दौरान कोई लापरवाही तो नहीं बरती गई।यह घटना इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग के बीच एक गंभीर चेतावनी है।
पिछले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक स्कूटी और बाइक की मांग तेज़ी से बढ़ी है। ये वाहन पर्यावरण के लिए फायदेमंद माने जाते हैं और पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों के बीच किफायती भी हैं। लेकिन इनके साथ आने वाले खतरों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। विशेषज्ञों का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी को चार्ज करते समय कुछ सावधानियां बरतनी ज़रूरी हैं। जैसे कि, बैटरी को हमेशा हवादार जगह पर चार्ज करना चाहिए, चार्जिंग के दौरान उसे ढकना नहीं चाहिए, और केवल कंपनी द्वारा दी गई चार्जर का इस्तेमाल करना चाहिए।इस हादसे ने स्थानीय लोगों को भी डरा दिया है। मोहल्ले के एक निवासी, राजेश कुमार, ने बताया, “हम सबके घरों में इलेक्ट्रिक स्कूटी या बाइक हैं। लेकिन इस घटना के बाद हम डर गए हैं। अब हमें लगता है कि रात को चार्जिंग करने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा।” कुछ लोगों ने सरकार से मांग की है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाए।रामलाल और सुशीला के परिवार पर इस हादसे ने गहरा आघात पहुंचाया है।
उनके बेटे, अजय शर्मा, ने बताया कि उनके माता-पिता बहुत ही साधारण और नेकदिल इंसान थे। वे अपने पोते-पोतियों के साथ समय बिताना पसंद करते थे। इस हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने परिवार को सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन इस दुख को कम करना आसान नहीं है।यह हादसा हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि तकनीक के साथ-साथ सुरक्षा भी कितनी ज़रूरी है। इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए सरकार और कंपनियों को चाहिए कि वे लोगों को जागरूक करें और बैटरी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। साथ ही, आम लोगों को भी चाहिए कि वे इन वाहनों का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।इस घटना ने न केवल एक परिवार को खो दिया, बल्कि समाज को एक बड़ा सबक भी दिया। हमें उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और लोग सुरक्षित रहें। पुलिस और प्रशासन से अपील है कि इस मामले की गहन जांच हो, ताकि यह पता चल सके कि आखिर गलती कहां हुई और इसे दोबारा होने से कैसे रोका जा सकता है।
