श्रावणी मेला को लेकर गंगा घाट से बाबा हरिगिरीधाम तक की गई है व्यापक व्यवस्था
मिथिला के देवघर के नाम से चर्चित बेगूसराय के गढ़पुरा में स्थित पावन शिवालय बाबा हरिगिरिधाम में श्रावणी मेला की तैयारी अंतिम चरण में है। हरिगिरिधाम से लेकर गंगा घाट तक युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है। हालांकि बारिश इसमें बाधक है, इसके बावजूद प्रशासन अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है।
डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि बाबा हरिगिरिधाम में इस बार श्रावणी मेला मलमास के कारण यह मेला चार से 17 जुलाई एवं 17 से 31 अगस्त तक होगा। श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु सिमरिया घाट एवं झमटिया घाट से जल भर कर पैदल कांवर यात्रा करते हुए बाबा हरिगिरिधाम में शिवलिंग पर जलाभिषेक करते है। 2015 से राज्य सरकार के मेला प्राधिकार द्वारा आयोजन किया जा रहा है।
सिमरिया घाट से जल लेकर चलने वाले श्रद्धालु बीहट-जीरोमाईल-बथौली ढ़ाला-वीरपुर-सिकरहुला बूढ़ी गंढ़क बांध से कोरिया चौक-सिउरी-जयमंगलागढ़ मोड़-हरसाईन पुल-रक्सी-गढ़पुरा चौक रूट से 57 किलोमीटर दूर बाबा हरिगिरिधाम पहुंचते हैं। झमटिया घाट से जल लेकर श्रद्धालु बछवाड़ा बाजार-कादराबाद-भगवानपुर-चिल्हाय-पकठौल-वीरपुर-सिकरहुला बूढ़ी गंढ़क बांध से कोरिया चौक-गढ़पुरा चौक रूट से बाबा हरिगिरिधाम की दूरी 52 किलोमीटर है।
सिमरिया घाट के बन्दोवस्तदार एवं झमटिया घाट (विभागीय वसूली) के लिए बछवाड़ा के सीओ एवं बीडीओ को श्रद्धालुओं के स्नान करने एवं जल भरने वाले घाट को समतल करने, बांस-बल्ला गाड़ कर सुरक्षा की व्यवस्था एवं घाट पर उचित प्रकाश की व्यवस्था करने का निर्देश पूर्व में ही दिया जा चुका है। पीएचईडी विभाग दोनों घाटों पर अस्थाई शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था कर रहा है।
चकिया सहायक थाना प्रभारी एवं बछवाड़ा थानाध्यक्ष सतत निगरानी रखते हुए सुरक्षा की व्यवस्था घाटों पर नाव, महाजाल तथा गोताखोरों की भी व्यवस्था रहेगी। सिमरिया घाट एवं झमटिया घाट से बाबा हरिगिरिधाम गढ़पुरा तक कांवरिया रूट में महत्वपूर्ण जगहों पर ट्रैफिक के लिए पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। राजेन्द्र पुल पर लगने वाले महा जाम के मद्देनजर यातायात संधारण की व्यवस्था किया गया है।
मंदिर परिसर एवं आस-पास के स्थलों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी। दोनों घाटों से जाने वाले कांवरिया पथ में बाबा हरिगिरिधाम तक एवं मंदिर परिसर में संपूर्ण मेला अवधि के लिए दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त मेला ड्यटी में गृहरक्षकों को भी लगाया गया है। पेयजल, शौचालय एवं कांवर रखने लिए स्टैंड की व्यवस्था सिमरिया एवं झमटिया घाट से लेकर बाबा हरिगिरिधाम तक महत्वपूर्ण स्थलों पर किया जा रहा है।
जिले के सभी छह नगर निकायों एवं पीएचईडी में उपलब्ध पानी टैंकरों और चलंत शौचालयों को मध्यवर्ती स्थलों पर लगाया जाएगा। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता बिजली व्यवस्था पर नजर रखेंगे। सिमरिया घाट एवं झमटिया घाट से बाबा हरिगिरी धाम तक संपूर्ण कांवरिया पथ का सुरक्षा प्वांइट चिन्हित किया गया है। सिमरिया घाट, झमटिया घाट एवं मंदिर परिसर के चिकित्सा शिविर में चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ, दवा तथा एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी।
कांवरिया पथ में जीरोमाईल, पकठौल चौक, वीरपुर, सिकरहुला, कोरिया चौक, महेशवाड़ा, हरसाईन, रजौड़ पंचायत भवन, रक्सी चौक एवं गढ़पुरा चौक पर चिकित्सा शिविर की व्यवस्था की गई है। खाद्य निरीक्षक समय-समय पर खाद्य सामग्रियों की जांच करेंगे। मंदिर परिसर में चारों तरफ बेरिकेडिंग किया गया है। मुख्य द्वार पर महिला एवं पुरुष अलग-अलग द्वार से प्रवेश करेंगे। जलाभिषेक करने के बाद सभी श्रद्धालु मंदिर के मुख्य द्वार से निकल कर बाएं मुड़कर कुएं के बगल से होते हुए बाहर निकलेंगे।
प्रत्येक सोमवार को अत्याधिक भीड़ होती है एवं रविवार के रात्रि में ही श्रद्धालु पहुंचने लगते है। नियंत्रित रूप से मंदिर में प्रवेश कराने की व्यवस्था की गई है। बखरी एसडीओ की देख-रेख में मेला परिसर में कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत रहेगा। जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। सिमरिया घाट एवं झमटिया घाट पर कंट्रोल रूम तथा मंदिर परिसर, सिमरिया घाट एवं झमटिया घाट मेला परिसर में एक-एक खोया पाया केन्द्र की स्थापना की गई है।





