हापुड़ में खाने की छोटी लड़ाई ने ली जान: क्या ससुराल वालों की क्रूरता ने शादी का सपना चूर कर दिया?
हापुड़, 4 अक्टूबर 2025: एक प्लेट खाने को लेकर क्या कभी सोचा कि जिंदगी खत्म हो जाएगी? उत्तर प्रदेश के हापुड़ में सोनू की मौत ने ये सवाल खड़ा कर दिया, जहां पत्नी संतोष से मामूली विवाद के बाद उसके परिजनों ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और जहरीला पदार्थ पिला दिया। CCTV में कैद क्रूरता ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया, और सोनू का आखिरी वीडियो दिल दहला देता है। शादी को महज 10 महीने ही हुए थे, लेकिन ये अंतिम सांस बन गई। पुलिस ने केस दर्ज किया, लेकिन सवाल बाकी—क्या घरेलू झगड़े अब हत्या का बहाना बन रहे हैं? आइए, इस त्रासदी की काली परतें खोलें, जहां प्यार से नफरत की दूरी इतनी छोटी साबित हुई।
खाने की कहासुनी से ससुराल का आगमन
हापुड़ के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के ईमटोरी गांव में रहने वाले सोनू की शादी 27 नवंबर 2024 को बुलंदशहर की संतोष से हुई थी। शुरुआती दिन खुशहाल थे, लेकिन एक अक्टूबर को खाने को लेकर छोटी-मोटी तकरार हो गई। संतोष ने गुस्से में मायके फोन कर दिया, और शाम करीब 5 बजे उसके भाई व अन्य परिजन—सात लोग—ससुराल पहुंच गए। सोनू का परिवार बताता है कि विवाद मामूली था, लेकिन ससुराल पक्ष ने इसे बहाना बना लिया। वे सोनू को बाहर घसीट लाए और सड़क पर लाठी-डंडों, बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। पड़ोसी चीखें सुनकर दौड़े, लेकिन हमलावरों ने बचाने वालों पर भी डंडे बरसाए। CCTV फुटेज में साफ दिखता है—सोनू भागता हुआ, परिजन पीछा करते हुए मारते जाते। मृतक की मां सुखवीरी ने रोते हुए कहा, “बेटा बस खाने की बात पर झगड़ा हुआ, लेकिन उन्होंने जान ले ली।” यह सिर्फ झगड़ा नहीं, परिवारिक दुश्मनी का रूप ले लिया।
जहरीला पदार्थ और सोनू का आखिरी संघर्ष
मारपीट के दौरान ससुराल पक्ष ने सोनू को जबरन पानी पिलाया, जिसमें कथित तौर पर कोई जहरीला पदार्थ मिला था। घायल सोनू सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन परिजनों ने उसे अस्पताल ले जाने में देरी की। अंततः स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस बुलाई, और रास्ते में सोनू ने मोबाइल पर वीडियो बनाया—कांपते हाथों से बताया कि उसे मारपीट की और जहर पिलाया गया। वीडियो में वह बदहवास हालत में कहता है, “मुझे बचा लो, ये लोग मार डालेंगे।” अस्पताल पहुंचते-पहुंचते सांसें थम गईं। एक अन्य वीडियो में हमलावर खुद रिकॉर्डिंग करते पकड़े जाते हैं, लेकिन गुस्से में वीडियो बनाने वाले युवक पर भी हमला बोल देते हैं। सोनू के पिता ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले पहले से दुश्मनी रखते थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर और चोटों की पुष्टि हो रही है।
मुकदमा दर्ज, लेकिन न्याय की राह लंबी
घटना के बाद सोनू के परिवार ने हाफिजपुर थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 115(2) (हत्या का प्रयास), 352 (मारपीट), 123 (आपराधिक धमकी) और 103(1) (हत्या) के तहत सात नामजद—संतोष के भाई व अन्य परिजनों—के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सीओ पिलखुवा अनीता चौहान ने बताया कि CCTV और मोबाइल वीडियो सबूत हैं, जांच तेज है। आरोपी फरार हैं, टीमें लगी हुईं। सोनू की मां ने बेटी संतोष पर भी आरोप लगाया कि वह चुपचाप देखती रही। विपक्षी नेता मामले को उठा रहे, न्याय की मांग कर रहे। लेकिन गांव में तनाव है—परिवारों के बीच पुरानी रंजिशें उफान पर। विशेषज्ञ कहते हैं, ऐसे केसों में तत्काल काउंसलिंग जरूरी, वरना छोटे विवाद बड़ी त्रासदी बन जाते।
