बिहार में प्रचंड जीत के बाद दिल्ली दरबार में नीतीश कुमार: पीएम मोदी और अमित शाह से हुई अहम मुलाकात
नई दिल्ली/पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ऐतिहासिक सफलता और रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार सोमवार को अपने पहले दिल्ली दौरे पर पहुंचे। दो दिवसीय इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर बिहार के विकास और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की। इस दौरे को केंद्र और राज्य के बीच संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करने तथा बिहार में सुशासन के अगले चरण के रोडमैप के तौर पर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरे पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे, जो एनडीए के भीतर मजबूत होते आपसी तालमेल का स्पष्ट संकेत है।
प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के बीच विकास पर मंथन
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संसद भवन पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों शीर्ष नेताओं के बीच यह बैठक लगभग 25 मिनट तक चली। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने एक बार फिर नीतीश कुमार को चुनावी जीत की बधाई दी और बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान बिहार को विशेष सहायता, चल रही मेगा परियोजनाओं की प्रगति और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बिहार में सरकार के आगामी लक्ष्यों और ‘न्याय के साथ विकास’ के अपने संकल्प से अवगत कराया।
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात और सुशासन पर जोर
प्रधानमंत्री से मिलने के बाद नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। लगभग 15 मिनट चली इस बैठक में बिहार की कानून-व्यवस्था, प्रशासनिक सुधार और केंद्र-राज्य समन्वय को और बेहतर बनाने पर विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और ललन सिंह की मौजूदगी ने यह स्पष्ट कर दिया कि बिहार सरकार अपनी आगामी योजनाओं में भाजपा और जदयू के साझा विजन को प्राथमिकता दे रही है। गृह मंत्री ने बैठक के बाद मुख्यमंत्री के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए बिहार में सुशासन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
एनडीए सरकार का सुशासन और जनकल्याण का संकल्प
मुलाकात के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की एनडीए सरकार जनकल्याण के कार्यों को गति देने के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार मिलकर बिहार के समग्र विकास को सुनिश्चित करेगी। शाह ने जोर देकर कहा कि एनडीए सरकार प्रदेश में सुशासन को एक नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिलेगा।
समन्वय और सुदृढ़ भविष्य की नींव
नीतीश कुमार का यह दिल्ली दौरा महज एक औपचारिक मुलाकात नहीं है, बल्कि यह भविष्य की प्रशासनिक और राजनीतिक दिशा तय करने वाला कदम माना जा रहा है। चुनाव नतीजों के बाद यह पहली बार है जब दिल्ली में राज्य और केंद्र के बीच इतने उच्च स्तरीय समन्वय की तस्वीर सामने आई है। बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे बिहार के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएं और औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया जाए। नीतीश कुमार मंगलवार को भी दिल्ली में रहेंगे, जहां उनके कुछ अन्य केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं से मिलने की संभावना है।