• December 26, 2025

चुनावी भ्रष्टाचार पर EC का तगड़ा प्रहार: 108 करोड़ की नकदी-शराब जब्त, बिहार से लेकर 8 राज्यों में सनसनी

नई दिल्ली, 4 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव और सात अन्य राज्यों की आठ उपचुनाव सीटों पर वोटिंग से ठीक पहले चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। अवैध नकदी, शराब, ड्रग्स और उपहारों की भारी भरकम जब्ती ने राजनीतिक दलों को हिलाकर रख दिया है। क्या यह सख्ती निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगी या फिर और बड़े खुलासे होंगे? आयोग की टीमों ने अब तक 108 करोड़ से ज्यादा कीमत की सामग्री पकड़ी है, जो मतदाता प्रभावित करने का प्रयास था।

EC की सख्ती का असर: बिहार-उत्तर प्रदेश से गुजरात तक बड़े-बड़े जखीरे बरामद

चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 नवंबर तक बिहार समेत आठ राज्यों में बहु-प्रवर्तन एजेंसियों ने 108.19 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध सामग्री जब्त की, जिसमें नकदी 9.62 करोड़, शराब 42.14 करोड़ (9.6 लाख लीटर), ड्रग्स 24.61 करोड़, कीमती धातुएं 5.8 करोड़ और अन्य फ्रीबीज 26 करोड़ से ज्यादा शामिल हैं। बिहार में सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई, जहां 824 फ्लाइंग स्क्वाड और 826 स्टैटिक सर्विलांस टीमें सड़कों, सीमाओं व संवेदनशील इलाकों पर तैनात हैं। गुजरात, तेलंगाना, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी शराब व नकदी के बड़े जखीरे पकड़े गए, जो राजनीतिक दलों के वाहनों से बरामद हुए। आयोग ने स्पष्ट किया कि ये जब्तियां मतदाताओं को लुभाने के इरादे से की जा रही थीं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारा फोकस MCC उल्लंघन रोकना है, हर शिकायत पर त्वरित एक्शन ले रहे हैं।” यह अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है, जो चुनावी हलचल तेज होने से पहले भ्रष्टाचार पर लगाम कस रही है।

C-Vigil ऐप का कमाल: 100 मिनट में शिकायत का निपटारा, तकनीक से सतर्कता

चुनाव आयोग ने इस बार डिजिटल हथियारों का जोरदार इस्तेमाल किया है, खासकर C-Vigil ऐप से, जो मतदाताओं को सीधे उल्लंघन की रिपोर्ट करने की सुविधा देता है – फोटो, वीडियो के साथ। आयोग के अनुसार, ऐप पर दर्ज शिकायतों का औसत निपटारा 100 मिनट में हो रहा है, जिससे फील्ड टीमों को तुरंत मौके पर पहुंचने में मदद मिली। बिहार में 824 फ्लाइंग स्क्वाड इसी ऐप से जुड़े हैं, जो रीयल-टाइम निगरानी सुनिश्चित कर रहे हैं। इसके अलावा, 24×7 हेल्पलाइन 1950 और ECINET पोर्टल पर शिकायतें दर्ज हो रही हैं। एक उदाहरण में, पटना के पास एक वाहन से 2 लाख रुपये नकदी बरामद हुई, जो ऐप शिकायत पर 45 मिनट में पकड़ा गया। आयोग ने सभी एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि जांच के दौरान आम नागरिकों को असुविधा न हो। यह तकनीकी सतर्कता न केवल भ्रष्टाचार रोक रही है, बल्कि जनता में विश्वास बढ़ा रही है, जो पारदर्शी चुनाव की दिशा में बड़ा कदम है। 

बिहार चुनाव का रोडमैप: दो चरणों में वोटिंग, निष्पक्षता पर EC का दांव

बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं – पहला चरण 6 नवंबर को 85 सीटों पर, दूसरा 11 नवंबर को 158 पर, जबकि वोट गिनती 14 नवंबर को। सात अन्य राज्यों – पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात, केरल, असम, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल – की आठ उपचुनाव सीटों पर भी एक साथ फोकस है। आयोग ने हर जिले में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सख्त MCC लागू की है, जिसमें कैश, शराब व ड्रग्स की निगरानी प्रमुख है। विशेषज्ञों का मानना है कि 108 करोड़ की जब्ती से राजनीतिक दलों पर दबाव बनेगा, जो NDA व महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर को प्रभावित कर सकती है। आयोग ने राज्य सरकारों को निर्देश दिए हैं कि चुनावी खर्च पर नजर रखें और कोई छूट न दें। यह कार्रवाई न केवल वर्तमान चुनाव को स्वच्छ बनाएगी, बल्कि भविष्य के लिए मिसाल कायम करेगी, जहां तकनीक व टीमवर्क से लोकतंत्र की रक्षा हो रही है।
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