बेबी गुड्डू की अनकही कहानी: मुस्कान से चुराया था दिल, चकाचौंध छोड़ दुबई में बसी नई दुनिया
मुंबई, 13 अक्टूबर 2025: 80 के दशक की वो क्यूट बच्ची, जिसकी एक मुस्कान पर सिनेमा हॉल तालियों से गूंज उठता। बॉलीवुड की चाइल्ड स्टार बेबी गुड्डू—अमिताभ, श्रीदेवी, सनी देओल के साथ स्क्रीन शेयर करने वाली। लेकिन ग्लैमर की चमक से दूर हो गईं। पढ़ाई के बाद फिल्मी सफर थम गया, और अब दुबई की आसमान छूती उड़ानों में व्यस्त। शादी, सेटल्ड लाइफ और एयर होस्टेस का करियर—क्या चुना इसने सादगी भरी जिंदगी? फैंस की नजरों में आज भी वही मासूम चेहरा, लेकिन असल जिंदगी में नई शुरुआत। आखिर क्यों छोड़ा बॉलीवुड? पूरी दास्तान आगे…
80s की क्यूट क्वीन: तीन साल की उम्र में चमकी, दिग्गजों के साथ रहीं साये में
1980 के दशक में बॉलीवुड की दुनिया में एक मासूम चेहरा छा गया—बेबी गुड्डू, यानी शाहिंदा बेग। मात्र तीन साल की उम्र में 1984 की ‘पाप पुण्य’ से डेब्यू किया, जहां राजेश खन्ना उनकी एक्टिंग से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने टेलीफिल्म ‘आधा सच आधा झूठ’ बनाई, जिसमें शाहिंदा ही लीड रोल में थीं। ‘परिवार’, ‘नगीना’, ‘औलाद’, ‘घर घर की कहानी’, ‘समुंदर’, ‘आखिर क्यों’, ‘कुदरत का कानून’ जैसी फिल्मों में उनकी क्यूटनेस और नैचुरल एक्टिंग ने दर्शकों को बांध लिया। अमिताभ बच्चन के साथ ‘आज का अर्जुन’, जितेंद्र के साथ ‘गुरु’, ऋषि कपूर के साथ ‘घर परिवार’, श्रीदेवी के साथ ‘नगीना’, सनी देओल के साथ ‘समुंदर’—ये जोड़ियां आज भी यादगार। 11 साल की उम्र तक 23 से ज्यादा फिल्मों में काम, मैगजीन कवरों पर छाईं। लेकिन फिल्मी परिवार से होने के बावजूद—पिता एमएम बेग मशहूर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर—उन्होंने ग्लैमर को प्राथमिकता नहीं दी। मां मुमताज बेग के साथ बड़ा हुआ ये परिवार सिनेमा से जुड़ा था, लेकिन शाहिंदा ने पढ़ाई को चुना। फैंस को लगा था, बड़ी होकर लौटेंगी, लेकिन ऐसा न हुआ।
फिल्मी चमक से विदाई: पढ़ाई का साथ, गुमनामी की राह पकड़ी
11 साल की उम्र में ‘इंस्पेक्टर धनुष’ (1991) के बाद शाहिंदा ने ब्रेक लिया—पढ़ाई के लिए। परिवार ने फैसला लिया कि चाइल्डहुड खत्म, अब एजुकेशन फर्स्ट। बॉलीवुड के नामी परिवार से ताल्लुक होने पर भी उन्होंने लाइमलाइट से दूरी बनाई। फैंस ने इंतजार किया, लेकिन शाहिंदा ने नई दिशा चुनी। 90 के दशक में कोई कमबैक न हुआ। उनकी आखिरी रिलीज ‘जुरम’ (1990) थी, उसके बाद सिलेंस। सिनेमा छोड़ने का फैसला आसान न था—क्यूट स्माइल वाली ये बच्ची घर-घर की फेवरेट थी। लेकिन शाहिंदा ने सादगी को अपनाया। दुबई शिफ्ट होने के बाद शादी की, खुशहाल फैमिली लाइफ बसी। सोशल मीडिया पर न सक्रिय, न इंटरव्यू—पूर्ण गुमनामी। पुरानी फोटोज वायरल होती रहती हैं, जहां फैंस कमेंट करते, ‘कहां खो गईं वो मुस्कान?’ लेकिन शाहिंदा की चॉइस क्लियर—फिल्मी दुनिया की बजाय नॉर्मल लाइफ।
दुबई की उड़ानें: एयर होस्टेस बनीं, सादगी से जी रही जिंदगी
पढ़ाई पूरी कर शाहिंदा ने करियर बदला—अब वे दुबई एयरलाइंस (एमिरेट्स) में एयर होस्टेस हैं। शादी के बाद दुबई सेटल, खुशहाल वैवाहिक जीवन। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सर्विस करते हुए वो ग्लैमर की दुनिया से कोसों दूर। पुरानी क्लिप्स में सनी देओल के साथ ‘समुंदर’ का सीन आज भी वायरल, लेकिन शाहिंदा की जिंदगी प्राइवेट। फैंस शॉक्ड—’क्यूट बेबी अब स्काई हाई!’ लेकिन उनकी चॉइस इंस्पायरिंग—सिनेमा छोड़ हवाई जहाजों की दुनिया। 40+ उम्र में भी वो सादगी से जी रही, जहां मुस्कान अब पैसेंजर्स को वेलकम कहती। बेबी गुड्डू की स्टोरी सिखाती—फेम के पीछे न भागो, अपनी राह चुनो। क्या कभी लौटेंगी स्क्रीन पर? शायद न, लेकिन दिलों में तो बस गईं।
