उत्तर कोरिया की सैन्य परेड: नई ICBM से अमेरिका को चेतावनी, किम जोंग उन का ताकत प्रदर्शन
प्योंगयांग, 12 अक्टूबर 2025: उत्तर कोरिया ने शुक्रवार रात बारिश में आयोजित भव्य सैन्य परेड में अपनी सबसे खतरनाक लंबी दूरी वाली न्यूक्लियर मिसाइल का अनावरण कर दुनिया को चौंका दिया। वर्कर्स पार्टी की 80वीं वर्षगांठ पर किम जोंग उन ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ह्वासोंग-20 को प्रदर्शित किया, जो अमेरिका और एशियाई प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बना सकती है। चीन, रूस और वियतनाम के उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में यह परेड कूटनीतिक मजबूती का प्रतीक बनी। किम ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भेजे सैनिकों की भी तारीफ की। क्या यह मिसाइल परीक्षण का संकेत है? आइए, इस सैन्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को विस्तार से समझते हैं।
परेड का भव्य आयोजन: बारिश में मिसाइलों की धूम
प्योंगयांग के किम इल-सुंग स्क्वायर पर शुक्रवार रात शुरू हुई सैन्य परेड ने उत्तर कोरिया की सैन्य ताकत का जीवंत चित्रण किया। वर्कर्स पार्टी की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ पर हजारों दर्शक नारे लगाते और राष्ट्रीय ध्वज लहराते दिखे। बारिश के बावजूद सैनिकों के दस्ते, टैंक और मिसाइल वाहन सड़कों पर गुजरे। सरकारी मीडिया KCNA के अनुसार, परेड में ह्वासोंग-20 ICBM को पहली बार प्रदर्शित किया गया, जिसे देश की ‘सबसे शक्तिशाली न्यूक्लियर स्ट्रेटेजिक वेपन सिस्टम’ बताया गया। यह मिसाइल 11-एक्सल लॉन्चर ट्रक पर सवार थी, और कम से कम तीन इकाइयां दिखाई गईं। हाल ही में टेस्ट किए गए सॉलिड-फ्यूल इंजन से लैस यह ICBM मल्टी-वारहेड सिस्टम के लिए डिजाइन की गई लगती है, जो मिसाइल डिफेंस को चकमा दे सकती है। किम जोंग उन ने मंच से भाषण दिया, जिसमें सेना को ‘अजेय इकाई’ बनाने पर जोर दिया।
ह्वासोंग-20 का अनावरण: अमेरिका के लिए खतरा
परेड का मुख्य आकर्षण ह्वासोंग-20 था, जो उत्तर कोरिया की ICBM सूची में नया जोड़ है। KCNA ने इसे ‘अभी तक अटेस्टेड’ बताया, लेकिन हाल के सॉलिड-फ्यूल रॉकेट इंजन टेस्ट से इसकी क्षमता का पता चलता है। कार्बन फाइबर से बने इस इंजन से मिसाइल अधिक शक्तिशाली और छिपाने में आसान बनेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अमेरिकी मुख्यभूमि को निशाना बना सकती है, और मल्टी-वारहेड से डिफेंस सिस्टम को चुनौती देगी। परेड में अन्य हथियार जैसे हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और सुसाइड ड्रोन लॉन्चर भी दिखाए गए। किम ने कहा कि सेना सभी खतरों को नष्ट करने में सक्षम हो। यह प्रदर्शन अमेरिका और दक्षिण कोरिया को अप्रत्यक्ष चेतावनी था, जो उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर कार्यक्रम पर प्रतिबंधों के बीच आया।
विदेशी मेहमानों की मौजूदगी: रूस-चीन से मजबूत रिश्ते
परेड में अंतरराष्ट्रीय समर्थन की झलक मिली, जब चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूस के सुरक्षा परिषद उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव और वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी महासचिव टो लाम मंच पर किम के साथ दिखे। KCNA ने इसे ‘सोशलिस्ट एकजुटता’ का प्रतीक बताया। किम ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों की ‘वीरता’ की प्रशंसा की, जो ‘अंतरराष्ट्रीय न्याय’ के लिए लड़ रहे हैं। ये सैनिक रूसी झंडे के साथ मार्च करते दिखे। यह परेड किम की कूटनीतिक सफलता दर्शाती है, जहां रूस के साथ हथियार सौदे और चीन से आर्थिक सहयोग बढ़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पश्चिमी नेतृत्व के खिलाफ एकजुटता का संदेश है। आने वाले दिनों में ह्वासोंग-20 का टेस्ट हो सकता है, जो क्षेत्रीय तनाव बढ़ा सकता है।