दहेज का दानव: संभल में नई दुल्हन को 3 दिन कमरे में बंद कर पीटा, भूख-प्यास से बेहाल
संभल, 5 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के बिछौली गांव में दहेज लोभी ससुराल वालों ने एक नवविवाहिता को तीन दिनों तक कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा। न खाना दिया, न पानी—पीड़िता की हालत इतनी बिगड़ गई कि परिजन उसे अस्पताल ले गए। शादी को महज एक महीना हुआ था, लेकिन बुलेट बाइक और नकदी की मांग ने जिंदगी बना दी नर्क। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है। क्या दहेज का यह काला साया कभी मिटेगा? आइए, इस रूह कंपाने वाली कहानी को समझते हैं।
शादी के एक महीने बाद नर्क: बुलेट बाइक की मांग पर शुरू हुई यातनाएं
पीड़िता की शादी अगस्त 2025 में हुई थी, जब सब कुछ खुशियों से भरा था। लेकिन ससुराल पक्ष ने बुलेट बाइक और नकदी की डिमांड शुरू कर दी। जब पीड़िता के मायके वालों ने असमर्थता जताई, तो ससुराल के लोग भड़क गए। उन्होंने नवविवाहिता को घर से बाहर निकाल दिया और फिर तीन दिनों तक एक कमरे में ताला जड़कर बंद कर दिया। इस दौरान बेरहमी से मारपीट की गई—चोटें इतनी गहरी कि चलना-फिरना मुश्किल। न खाना, न पानी—पीड़िता भूख-प्यास से तड़पती रहीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना बिछौली गांव की है, जहां ससुराल वाले सुखपाल सिंह, पत्नी रेखा और बेटे अंकित मुख्य आरोपी हैं। पीड़िता ने बताया, “शादी के बाद से ही ताने मारते थे। जब मना किया, तो जानवरों जैसा सलूक किया।” यह मामला दहेज निषेध अधिनियम के तहत दर्ज हुआ है।
हालत बिगड़ी तो अस्पताल रेस्क्यू: मेडिकल रिपोर्ट में चोटों की पुष्टि
तीन दिनों की कैद के बाद पीड़िता की हालत क्रिटिकल हो गई। चक्कर आने लगे, सांस लेना मुश्किल। आखिरकार, ससुराल वालों ने दरवाजा खोला और परिजनों को बुला लिया। मायके वाले तुरंत पहुंचे और उसे संभल जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने मेडिकल जांच की, जिसमें कई जगह चोटें, कटाव और कमजोरी की पुष्टि हुई। पीड़िता को ड्रिप पर रखा गया, और अब वह खतरे से बाहर है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया, “भूख-प्यास से डिहाइड्रेशन हो गया था। अगर देर होती, तो जान जा सकती थी।” पीड़िता के पिता ने कहा, “हमने शादी में जो दिया, वो काफी था। ये लोग लालची हैं। बेटी को बचाने के लिए कुछ भी करेंगे।” यह घटना संभल के कोतवाली क्षेत्र की है, जहां दहेज के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
पुलिस कार्रवाई: FIR दर्ज, सख्ती का वादा लेकिन सवाल बाकी
शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत पर आ गई। कोतवाली प्रभारी ने IPC की धारा 498A (पति या रिश्तेदार द्वारा क्रूरता) और दहेज निषेध अधिनियम के तहत FIR दर्ज की। आरोपी ससुराल वालों की तलाश जारी है, और जल्द गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है। एसपी संभल ने कहा, “निष्पक्ष जांच होगी। दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।” लेकिन पीड़िता के परिवार को शक है कि क्या न्याय मिलेगा? प्रशासन महिला सशक्तिकरण पर अभियान चला रहा है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में दहेज का जहर फैला हुआ है। NCRB डेटा बताता है कि UP में हर साल 20,000 से ज्यादा दहेज मामले दर्ज होते हैं, जिनमें 50% से ज्यादा संभल जैसे जिलों से। यह घटना समाज को झकझोरती है—क्या कड़े कानून और जागरूकता ही काफी हैं?
