• October 14, 2025

दो राज्यों में वोटर लिस्ट पर बड़ा फर्जीवाड़ा: राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप, 12 हजार वोटों का दावा

नई दिल्ली, 18 सितंबर 2025: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग (ईसी) पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कर्नाटक और महाराष्ट्र के दो राज्यों में दो विधानसभा सीटों पर करीब 12 हजार वोटों के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने कहा कि यह वोट चोरी का साफ मामला है और चुनाव आयोग इसमें शामिल है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबूत दिखाते हुए दावा किया कि कांग्रेस मजबूत इलाकों में वोटर लिस्ट से नाम हटाए गए और फर्जी नाम जोड़े गए। यह आरोप लोकसभा चुनावों के बाद से चल रही बहस को और तेज कर रहा है।राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दो प्रदेश, दो सीटें और 12 हजार वोटों का फर्जीवाड़ा। यह कोई छोटी गलती नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है। कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में 6,018 वोटरों के नाम डिलीट करने की कोशिश की गई, जबकि महाराष्ट्र के राजुरा सीट पर भी इसी तरह की चाल चली गई। कुल मिलाकर 12 हजार वोटों का खेल हुआ है।” उन्होंने एक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन दिखाया, जिसमें वोटर लिस्ट के डेटा का विश्लेषण किया गया था। राहुल ने जोर देकर कहा कि जहां कांग्रेस मजबूत है, वहां के वोटरों को टारगेट किया जा रहा है।
“यह लोकतंत्र पर हमला है। चुनाव आयोग को पारदर्शिता दिखानी चाहिए,” उन्होंने कहा।कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यह बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट का हिस्सा है। यहां हाल के चुनावों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था। राहुल गांधी के मुताबिक, वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए। “हमारे पास डेटा है जो दिखाता है कि 18 साल से ज्यादा उम्र के हजारों वोटरों के नाम हटा दिए गए, जबकि 50-60 साल के फर्जी वोटर जोड़े गए। अलंद में 6,018 नाम डिलीट हुए, जो ज्यादातर कांग्रेस समर्थक वोटर थे।” उन्होंने एक उदाहरण दिया कि एक ही इलाके में सैकड़ों नाम ऐसे मिले जो पहले से रजिस्टर्ड नहीं थे। कांग्रेस ने स्थानीय स्तर पर जांच करवाई और पाया कि कई पते शून्य (0) लिखे गए थे या गलत थे।इसी तरह, महाराष्ट्र के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में भी राहुल ने करीब 6,000 वोटों के फर्जीवाड़े का जिक्र किया। राजुरा चंद्रपुर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां भाजपा का दबदबा रहा है। राहुल ने कहा, “कर्नाटक में जो तरीका अपनाया गया, वही महाराष्ट्र में भी चल रहा है। यहां फर्जी वोटर जोड़े गए हैं, जिनके नाम एक ही व्यक्ति के हैं लेकिन अलग-अलग राज्यों में। उदाहरण के लिए, एक नाम ‘आदित्य श्रीवास्तव’ तीन राज्यों – उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र – की लिस्ट में मिला। यह साफ फर्जीवाड़ा है।” उन्होंने दावा किया कि कुल 12 हजार वोटों का यह खेल चुनाव के नतीजों को बदल सकता था।राहुल गांधी ने यह भी कहा कि यह समस्या सिर्फ इन दो सीटों तक सीमित नहीं है। उन्होंने हरियाणा, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के चुनावों का जिक्र किया।
“2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 25 सीटें महज 35 हजार वोटों के अंतर से जीतीं। अगर वोट चोरी न हुई होती, तो नतीजे अलग होते। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस 8 सीटों पर सिर्फ 22,779 वोटों से हारी। वहां एक सीट पर ही एक लाख वोट बढ़ गए।” राहुल ने चुनाव आयोग से मांग की कि वोटर लिस्ट का पूरा डिजिटल डेटा सार्वजनिक किया जाए। “अगर ईसी डेटा दे दे, तो हम साबित कर देंगे कि वोट चोरी कैसे हुई। हमारे पास एटम बम जैसे सबूत हैं,” उन्होंने कहा।कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर पूरे देश में आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “राहुल जी ने जो सबूत दिखाए, वे चिंताजनक हैं। हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरेंगे।” कर्नाटक में कांग्रेस ने पहले ही ‘वोट अधिकार रैली’ निकाली थी, जिसमें राहुल और खड़गे शामिल हुए थे। पार्टी का दावा है कि बेंगलुरु की महादेवपुरा सीट पर 1 लाख से ज्यादा फर्जी वोट जोड़े गए थे। एक महिला के दो बार वोट डालने का मामला भी सामने आया था।राहुल गांधी के इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा, “वोट चोरी जैसे शब्दों का इस्तेमाल करोड़ों मतदाताओं और चुनाव कर्मचारियों पर हमला है। अगर आरोप सही हैं, तो हलफनामा देकर सबूत दें।
हम सबूत मांग चुके हैं, लेकिन जवाब नहीं आया।” ईसी ने स्पष्ट किया कि प्रेजेंटेशन में दिखाया गया डेटा उनका नहीं है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने राहुल को नोटिस भेजा था, जिसमें सबूत मांगे गए थे। आयोग ने कहा कि वोटर लिस्ट को साफ करने के लिए नियमित अभियान चलाए जाते हैं, जिसमें फर्जी नाम हटाए जाते हैं।भाजपा ने राहुल के आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “यह चयनात्मक नाराजगी है। कांग्रेस हारने के बाद बहाने बना रही है। चुनाव आयोग स्वतंत्र है और सब कुछ पारदर्शी है।” भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल के दावे बेबुनियाद हैं और इन्हें कोर्ट में साबित करें। विपक्षी दलों ने राहुल का समर्थन किया। समाजवादी पार्टी और अन्य ने कहा कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायतें पुरानी हैंयह विवाद 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद से चल रहा है। राहुल ने अगस्त में भी वोट चोरी पर वीडियो शेयर किया था, जिसमें लिखा था – “चोरी चोरी, चुपके चुपके, अब और नहीं, जनता जाग गई।” उन्होंने पांच तरीके बताए थे जिनसे वोट चोरी होती है – फर्जी नाम जोड़ना, नाम डिलीट करना, अमान्य पते, डुप्लिकेट एंट्री और दो बार वोटिंग। कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट जाने की धमकी दी है।विशेषज्ञों का कहना है कि वोटर लिस्ट की सफाई जरूरी है, लेकिन पारदर्शिता बरतनी चाहिए। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल ने ईसी से डिजिटल डेटा मांगा है, जो पहले भी मांगा गया था। अगर यह साबित हो गया कि फर्जीवाड़ा हुआ, तो लोकतंत्र पर बड़ा सवाल खड़े हो जाएंगे। फिलहाल, मामला गरमाता जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि जनता जाग चुकी है और सच्चाई सामने आएगी।
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Rama Niwash Pandey

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