अहमदाबाद विमान हादसा: क्रैश हुए विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी थे सवार
12 जून 2025 अहमदाबाद: अहमदाबाद में एक भीषण विमान हादसा हुआ, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भर रही थी, टेक ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानीनगर क्षेत्र में क्रैश हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य, कुल 242 लोग सवार थे। इनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल थे, जो बिजनेस क्लास में सीट नंबर 2D पर यात्रा कर रहे थे। हादसे के बाद घटनास्थल पर घना काला धुआं और आग की लपटें दिखाई दीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हुईं, और फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियों सहित दर्जनों एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। अभी तक हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है।
आपातकालीन प्रतिक्रिया और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही अहमदाबाद प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं हरकत में आ गईं। फायर ऑफिसर जयेश खड़िया ने बताया कि विमान क्रैश के बाद आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए फायर टेंडर तैनात किए गए। मेघानीनगर के घनी आबादी वाले क्षेत्र में विमान के गिरने से आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक जोरदार धमाके के बाद धुआं और मलबा चारों ओर फैल गया। स्थानीय निवासियों ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और पुलिस आयुक्त जीएस मलिक से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनवाया और तत्काल चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
हादसे की प्रारंभिक जानकारी और जांच
एयर इंडिया ने अपने बयान में पुष्टि की कि फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, 12 जून 2025 को हादसे का शिकार हुई। विमान ने दोपहर 1:38 बजे टेक ऑफ किया और पांच मिनट बाद ही संपर्क टूट गया। फ्लाइटराडार24 के अनुसार, विमान ने अधिकतम 625 फीट की ऊंचाई हासिल की थी, जिसके बाद यह -475 फीट प्रति मिनट की गति से नीचे गिरा। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी या टेक ऑफ के दौरान किसी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने जांच शुरू कर दी है। बोइंग की तकनीकी टीम भी घटनास्थल पर पहुंच रही है। भारी ईंधन लोड के कारण आग की तीव्रता बढ़ी, जिसने बचाव कार्य को जटिल बना दिया।
विजय रुपाणी की मौजूदगी और सामाजिक प्रतिक्रिया
रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, जो 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, इस विमान में सवार थे। उनकी मौजूदगी की पुष्टि इंडिया टुडे द्वारा प्राप्त यात्री सूची और बोर्डिंग पास से हुई, जिसमें उनका नाम 12वें यात्री के रूप में दर्ज था। सोशल मीडिया पर उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं। उनके राजकोट स्थित आवास के बाहर पड़ोसी और समर्थक चिंतित अवस्था में जमा हो गए। कई नेताओं ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई, जबकि टीएमसी सांसद यूसुफ पठान ने सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। यह हादसा देश भर में चर्चा का विषय बन गया है।
सरकारी और राजनीतिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से बात की और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए। नायडू स्वयं अहमदाबाद पहुंच रहे हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सूरत से अहमदाबाद पहुंचकर राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान हादसे से मैं अत्यंत दुखी हूं। मैंने अधिकारियों को तत्काल बचाव और राहत कार्य करने और घायलों के इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।” एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने भी शोक व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता का वादा किया। हवाई अड्डे की उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
हादसे का प्रभाव और भविष्य की कार्रवाई
यह हादसा भारत के विमानन इतिहास में सबसे गंभीर घटनाओं में से एक है। मेघानीनगर जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में विमान के गिरने से जमीन पर भी नुकसान की आशंका है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि क्रैश के बाद मलबा और शव बिखरे हुए थे, जिसने स्थिति की भयावहता को दर्शाया। सोशल मीडिया पर कुछ गलत जानकारियां भी फैलीं, जैसे कि विमान में 142 यात्रियों का होना, जिसे बाद में 242 के रूप में सुधारा गया। जांच एजेंसियां ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का विश्लेषण करेंगी ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके। इस बीच, देश भर से लोग पीड़ितों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यह घटना विमानन सुरक्षा पर नए सिरे से विचार करने की मांग करती है।
