चक्रवात रेमल का दक्षिण सालमारा-मानकाचर जिले में प्रभाव

 चक्रवात रेमल का दक्षिण सालमारा-मानकाचर जिले में प्रभाव

चक्रवात रेमल का प्रभाव आज राज्य के दक्षिण सालमारा-मानकाचर जिले में दिखने लगा है। जिले में सुबह से ही तेज हवाएं चल रही हैं। साथ ही बीती रात से हल्की बारिश भी ही हो रही है।

चक्रवात रेमल के मद्देनजर दक्षिण सालमारा-मानकाचर जिला प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किया था, जिसमें नदी में नावों के चलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। निर्देशों का पालन करते हुए यात्री नौकाओं और मालवाहक नाव चालकों ने नौकाओं को सुखचर घाट और विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर रखा है। बताया गया है कि जिला प्रशासन के जरिए 27-28 मई को नदी में दो दिनों के लिए नावों के परिचालन को बंद किए जाने के चलते कुछ मालवाहक नाव चालकों ने यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूल कर धुबड़ी की ओर यात्रा शुरू कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन से निर्देश जारी करने के बाद नौका घाटों पर कोई भी प्रशासन कर्मी तैनात नहीं है। इसका फायदा उठाते हुए कुछ व्यक्ति अपनी नावों को नदी में चलाने का दुःसाहस कर रहे हैं। चक्रवात के कारण जिले में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की जिला प्रशासन ने संभावना जतायी है।

हालांकि, राजधानी गुवाहाटी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में भी चक्रवात रेमल का असर देखा जा रहा है। आज अहले सुबह से हल्की बारिश हो रही है। बारिश के चलते लोगों को पिछले एक सप्ताह से पड़ रही गर्मी से निजात मिली है। तूफान के चलते अभी तक कहीं से किसी भी अप्रिय घटना के समाचार नहीं मिले हैं।

उधर, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने सोसल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि चक्रवात रेमल से असम के कुछ हिस्सों पर खतरा मंडराने की आशंका है। राज्य सरकार ने संभावित आपात स्थिति को देखते हुए कई एहतियाती कदम उठाये हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से तैयार हैं और नियंत्रण कक्ष चालू हैं। हम असम के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ ठोस नीतियां अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। सभी लोग सुरक्षित रहें और किसी भी आपात स्थिति में अपने स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें।

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