गांवों के भू-जल स्तर में आ रही गिरावट, भू- जल स्तर बढ़ाने किए जायें विशेष प्रयास

गर्मी के इस मौसम में शहर से लेकर गांवों तक पेयजल की लगातार शिकायतें आ रही हैं। इन समस्यों के निराकरण काे लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारी हो रही है, ताकि पेयजल की समस्या निजात मिल सके। कुंओं व हैंडपंपों की सफाई के साथ ही साथ भू-जल स्तर में आ रही गिरावट को लेकर संबंधित गांवों में पेयजल की उपलब्धता के लिए विकल्प तलाशने की बात प्रशासनिक अधिकारियों ने कही है।
कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देश पर जिपं सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज समय सीमा की बैठक लेकर लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इन सभी कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। इसके साथ ही इन कार्यों को तय समय सीमा में पूर्ण करावें। सीईओ श्रीवास्तव ने कहा कि गर्मी के मौसम के चलते जिन गांवों के भू-जल स्तर में गिरावट आ रही है, उन गांवों में पेयजल की उपलब्धता के लिए विकल्प तलाशा जाए। इसके साथ ही ऐसे गांवों की सूची विकासखंड वार तैयार की जाए, ताकि पेयजल समस्या का वास्तविक आंकड़ा मिल सके। उन्होंने सूची तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिले में पेयजल संबंधी समस्या के निराकरण के लिए स्थापित कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों की भी जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन समस्याओं का शीघ्र निराकरण करें। उन्होंने गावों में पेयजल की बेहतर व्यवस्था के लिए खराब हैंडपंपों की मरम्मत और कुंओं की आवश्यक साफ-सफाई करने कहा।
बैठक के दौरान सीईओ ने पौधारोपण के लिए विभागों द्वारा प्रस्तुत किए गए मांग की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन विभागों में पौधारोपण के लिए मांग पत्र प्रस्तुत नहीं किया है वे शीघ्र ही मांग पत्र प्रस्तुत कर दें। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि, भवनाें आदि को ध्यान में रखते हुए स्थल का चयन करें। साथ ही पौधारोपण के लिए पौधों की सिंचाई, सुरक्षा आदि का भी ध्यान रखें। बैठक में जल संरक्षण हेतु विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। बैठक में जल संसाधन, लोक निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, आदिवासी विकास विभाग, खाद्य, खनिज, महिला एवं बाल विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, स्वास्थ्य, विद्युत, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना सहित विभिन्न विभागों के समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, संयुक्त कलेक्टर रामकुमार कृपाल, विनय पोयाम सहित जिला स्तरीय अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नए भवन निर्माण में रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनाएं जाए
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा की बैठक में लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिपं सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सरकारी भवनों, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र सहित निर्मित किए जा रहे आवासों में भी रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनाया जाए। जहां इन नियमों का पालन न हो रहा हो वहां संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
