पायलेट प्रोजेक्ट के तहत कौशल युक्त शिक्षक तैयार करने के लिए कोर्स शुरू : नरसी राम बिश्नोई
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2024-25 से शुरू होने वाले बीएससी-बीएड तथा बीए-बीएड कोर्सिज के दाखिले के आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। ये दाखिले नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन, नई दिल्ली (एनसीटीई) द्वारा किए जाएंगे। गुजविप्रौवि को एनसीटीई द्वारा इंटेग्रेटिड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) के लिए चयनित किया गया है। यह विश्वविद्यालय आईटीईपी को देशभर में संचालित कर रहे 64 शिक्षण संस्थानों में से एक होगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शुक्रवार को बताया कि इन चार वर्षीय इंटेग्रेटिड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्रामों में दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को 30 अप्रैल तक राष्ट्रीय शिक्षा एजेंसी (एनटीए) की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। दाखिला प्रक्रिया 13 अप्रैल से जारी है। ये कोर्स रोजगारपरक हैं। भविष्य में शिक्षकों की भर्ती इन कोर्सों की योग्यता के आधार पर होगी। विश्वविद्यालय ने इन कोर्सों के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
कुलपति ने बताया कि आईटीईपी के तहत बीएससी-बीएड तथा बीए-बीएड कोर्सिज के लिए 50-50 सीटें निर्धारित की गई हैं। विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के तहत ये कोर्सिज संचालित किए जाएंगे। शिक्षा मंत्रालय के एक पायलेट प्रोजेक्ट के तहत कौशलयुक्त शिक्षक तैयार करने के लिए ये कोर्स शुरू किए गए हैं। गुजविप्रौवि में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शोध व शिक्षण व्यवस्था है। इन्हीं व्यवस्थाओं के चलते इस विश्वविद्यालय को इन कोर्सों के लिए चुना गया है। विश्वविद्यालय भी भविष्य के लिए श्रेष्ठ शिक्षक तैयार कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तैयार है। गुजविप्रौवि 21वीं सदी के लिए उपयोगी मानकों और कौशल के निर्धारण में अपनी विशेषज्ञता रखता है। इस विशेषज्ञता का इस विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले भविष्य के शिक्षकों को फायदा होगा।



