“आस ने नंदा तू राजी खुशी रेया एक अभियान टीबी से मुक्ति की ओर” पर गोष्ठी आयोजित

एक्शन फॉर एडवांसमेंट ऑफ सोसाइटी आस के संचालित “नंदा तू राजी खुशी रेया एक अभियान टीबी से मुक्ति की ओर” के तहत प्रथम नवरात्र शैलपुत्री के अवसर पर “टीबी चैंपियन की भूमिका ” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
रविवार को ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित आस फाउंडेशन की सचिव हेमलता बहन की अध्यक्षता में ऋषिकेश के 40 टीबी चैंपियनों के अतिरिक्त देहरादून और हरिद्वार के आठ टीबी चैंपियनों सहित कुल 48 प्रतियोगियों ने भाग लिया। इस दौरान रोटरी क्लब से डॉ. मनोज वर्मा, स्टेट ऑफिसर प्रशांत चौधरी, हिमालयन इंस्टीट्यूट लीला उनियाल,रितिक ने उपस्थित को संबोधित करते हुए टीबी के प्रति अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष पूरे भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाए जाने का संकल्प लिया है, जिसके अंतर्गत पूरे भारत में टीबी के प्रति लोगों को जागरूक कर उनका निशुल्क उपचार किया जा रहा है, जिससे भारत को टीबी मुक्त बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा जहां टीबी जैसी बीमारियों से निजात पाने के लिए अभियान चलाया गया है वहीं लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता अभियान के साथ खाने में मोटे अनाज का सेवन किए जाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, जिसमें जंक फूड से बचने को भी कहा गया है। इसी के साथ पिछले एक सप्ताह में टीबी के मरीजों को उपलब्ध होने वाली सरकारी अस्पतालों से दवाइयां के समाप्त होने को भी गंभीरता से लिया गया। इसके प्रति सरकार को भी आगे किया गया है कि वह किसी भी प्रकार से दवाइयां की उपलब्धता को सभी अस्पताल में बनाए रखें। हेमलता दीदी ने ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में पिछले 1 वर्ष से टीबी का डॉक्टर ना होने पर भी चिंता जताई।
