मेट्रो कॉलोनी में फंदे से लटकती मिली विवाहिता, दहेज हत्या का आरोप
बहादुरगढ़ स्थित मेट्रो स्टाफ कॉलोनी के एक घर में फंद से विवाहित का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतका के पिता ने अपने दामाद और उसके परिजनों पर अपनी बेटी की दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। बहादुरगढ़ शहर थाना पुलिस ने मृतका के पति समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
बिहार के जिला गया के विष्णुपद थाना क्षेत्र के कस्बा चांद चौरा के मोहल्ला सेवा दल रोड की चम्पत गली निवासी रामेश्वर प्रसाद भूषण ने रविवार को शहर थाना बहादुरगढ़ की सेक्टर-9 पुलिस चौकी में सूचना दी कि मेट्रो कॉलोनी में रह रही उसकी बेटी की हत्या कर दी गई है। इस पर पुलिस उक्त मकान पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी निशिता कुमारी का विवाह 26 अप्रैल 2016 को उत्तम कुमार के साथ किया था। उत्तम कुमार जिला औरंगाबाद के मदनपुर थाना क्षेत्र के गांव पत्या के निवासी हैं। वह दिल्ली मेट्रो में कार्यरत हैं और बहादुरगढ़ में मेट्रो स्टाफ क्वार्टर में निशिता के साथ करीब 4 साल से रहते थे।
रामेश्वर ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी में सामर्थ्य से अधिक दान दहेज दिया था, लेकिन विवाह के बाद से ही उनकी बेटी निशिता को के 2-3 महीने बाद से ही ताना मारा जाने लगा कि वो बांझ है और बच्चा पैदा नहीं कर सकती। निशिता ने तीन बच्चे एक बेटा और दो बेटी हैं। रामेश्वर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि अंतत: उत्तम कुमार ने निशिता की हत्या कर फंदे से लटका दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर निशिता के पति उत्तम कुमार, उसकी मां बसंती देवी, पिता सुरेन्द्र सिंह, ननद ललिता देवी और ननदोई राजेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव निशिता के पिता रामेश्वर प्रसाद को सौंप दिया। रामेश्वर प्रसाद ने अपने नाती व नातिन को भी मांगा और पुलिस से ये बच्चे उनके पिता उत्तम कुमार को न सौंपने का अनुरोध किया। जिस पर फैसला सोमवार तक होने की संभावना है।




