किसान संगठनों ने बेगूसराय में निकला प्रतिरोध मार्च जलाया पुतला

केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज बेगूसराय में जिला प्रशासन के समक्ष धरना-प्रदर्शन, प्रतिरोध मार्च तथा पुतला दहन के बाद राष्ट्रपति के नाम मांगों का स्मार पत्र डीएम को सौंपा गया।
धरना सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि विगत 75 वर्षों में हम एवं हमारे पुरखों ने अपना खून जलाकर कठोर मेहनत के बल पर देश में जो दौलत पैदा किया। लेकिन वर्तमान सरकार उसे लूटाने में मशगूल है।
देश की आजादी की लड़ाई में अकूत कुर्बानी के बल पर अर्जित लोकतंत्र, संविधान, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता, आपसी भाईचारा एवं साझी संस्कृति और साझी विरासत आज खतरे में है। आसमान छूती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, माटी के भाव बेच रहे देश की संपत्ति और गिरती अर्थव्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाने में सरकार लगी हुई है।
किसानों को लुभाने के लिए 2016 में मोदी ने वादा किया था कि किसानों की आय दोगुनी होगी। लेकिन महंगे डीजल, खाद, बीज, कीटनाशक एवं कृषि यंत्रों से किसानों की आय दोगुनी के बदले आधी से भी कम हो गया है। दिल्ली किसान आंदोलन को स्थगित करने के लिए किसान संगठनों से जो लिखित वादा किया था, उसे आज तक पूरा नहीं किया गया।
एटक के राष्ट्रीय सचिव उषा सहनी ने कहा कि आज सरकार को किसानों एवं मजदूरों से किए गए वायदे को याद दिलाने के लिए जिलाधिकारी के पास हम लोग आए हैं। किसान सभा के कार्यकारी जिला सचिव दिनेश सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी के किसानों के हत्यारे मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त कर जेल भेजने के साथ ही हमारी सभी मांगों को सरकार पूरा करे।
एटक के राज्य सचिव ललन कुमार ने कहा कि आंदोलन में किसानों एवं ट्रेड यूनियनों के लोगों पर हुए सभी मुकदमा वापस हो। श्रम संहिता रद्द कर न्यूनतम वेतनमान निर्धारित हो। किसानों, असंगठित मजदूरों एवं खेतिहर मजदूरों को 60 साल की उम्र से मासिक पेंशन मिले तथा मनरेगा को कृषि से जोड़कर साल में दो सौ दिन काम की गारंटी हो।
किसान सभा के जिला सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि किसानों की कर्ज मुक्ति, सार्वजनिक उद्योगों और सेवाओं के निजीकरण पर रोक, सुखा से तबाह बिहार को अकाल क्षेत्र घोषित करने आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। एटक महासचिव प्रहलाद सिंह एवं किसान नेता राम नरेश महतो की अध्यक्षता में आयोजित सभा को अनिल अंजान, नवीन कुमार, अशोक राय, नागेन्द्र राय, प्रमोद महतो, मो. मुजाहिद एवं मनोज कुमार ने भी संबोधित किया।
