फतेहाबाद में ग्राम पंचायत का फैसला, नशा तस्करों की नहीं देंगे जमानत

प्रदेश सरकार द्वारा नशामुक्ति को लेकर चलाए जा रहे अभियान का सहयोग करते हुए फतेहाबाद जिले के हिजरावां कलां ग्राम पंचायत ने एक सराहनीय पहल की है। गांव की युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए ग्राम पंचायत ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए है।
पंचायत ने फैसला लिया है कि पंचायत द्वारा नशामुक्त एवं यूथ कमेटी के सहयोग से गांव के युवाओं को नशे से दूर करने के लिए जहां उन्हें खेलों और शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा वहीं नशे जैसे अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों की पंचायत द्वारा कोई मदद नहीं की जाएगी। ग्राम पंचायत ने गांव के लोगों से भी पंचायत की इस पहल में सहयोग करने की अपील की है।
ग्राम पंचायत हिजरावां कलां के सरपंच प्रतिनिधि करण सिंह ने बताया कि पंचायत के संज्ञान में आया है कि युवाओं में नशे की लत लगातार बढ़ती जा रही है। इस कारण जहां गांव का माहौल खराब होने का डर बना रहता है वहीं आपराधिक गतिविधियों में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में ग्राम पंचायत द्वारा युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने सहित अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए गए है। सरपंच प्रतिनिधि करण सिंह, पंच बलविन्द्र सिंह कंग, पंच रामस्वरूप, पंच संतोख सिंह, राजा पंच, छिन्दा पंच ने बताया कि गांव में अगर कोई भी व्यक्ति नशा बेचते पकड़ा जाता है तो ग्राम पंचायत की तरफ से उसका सहयोग सहयोग नहीं किया जाएगा। पंचायत की तरफ से कोई भी उसकी जमानत नहीं करवाएगा।
यदि कोई पंचायत मैम्बर उसकी जमानत करवाता है तो पंचायत की तरफ से उस पर 31 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा गांव में यदि कोई भी व्यक्ति नशा बेचते या लेते पकड़ा जाता है तो उसका वाहन जब्त कर लिया जाएगा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। क्षेत्र में मेडिकल नशे की बढ़ ही बिक्री को देखते हुए पंचायत ने निर्णय लिया है कि गांव में किसी भी डॉक्टर या मेडिकल दुकान पर नशा मिलता है तो पंचायत द्वारा उसकी दुकान को सील करवा दिया जाएगा।
