‘हम’ ने शुरू कर दी है लोकसभा चुनाव की तैयारी: सुभाष सिंह परमार
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी ने अपने सांगठनिक ढांचा को जमीनी स्तर पर और मजबूत करने को लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं की कमिटी बनाने के साथ प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर संगठन के खाली पदों पर योग्य कार्यकर्ताओं को चयनित करने का अहम निर्णय लिया है।
इसी आलोक में आज बखरी के मारवाड़ी धर्मशाला में पार्टी की बैठक आयोजित की गई। जिसमें पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सुभाष सिंह परमार ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का सपना है कि हर गरीब को उसका हक मिले, उसे उचित सम्मान मिले। उसके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं हो। खासकर महादलित, दलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक, किसान, मजदूर, खेतिहर को उनका वाजिब अधिकार मिले तथा उनके जीवन स्तर में सुधार हो।
महादलित समाज अपने अपमान का बदला लेने के लिए तैयार है। आगामी लोकसभा चुनाव में नीतीश एंड कंपनी का बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी कर चुका है। परमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर कार्यक्रम चलाकर लोगों के घर-घर सम्पर्क करें। उन्हें पार्टी एवं मांझी जी की नीतियों से अवगत कराएं।
बैठक में पंचायती राज प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ रविन्द्र चौधरी ने कहा कि हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा अपने गठन के समय से ही समाज के दबे-कुचले और वंचित वर्ग के लोगों के अधिकार की लड़ाई लड़ने का काम किया है। लेकिन इस लड़ाई को कुचलने के लिए बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घोटालेबाजों और भ्रष्टाचारियों के गोद में जाकर बैठ गए हैं। राजद का जंगल राज सभी को अच्छी तरह से याद है, जब बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी थी।
अपराधियों का बोलबाला था, थाने पर अपराधियों की चलती थी उनका दरबार लगता था। अपहरण उद्योग का रूप ले चुका था, महिलाएं घरों से निकल रही नहीं पा रही थी। डर से शाम होते-होते लोग अपने घरों की ओर लौटने लगते थे। इस तरह के माहौल पैदा करने वाले लालू यादव के आतंकी राज को एक बार फिर से कायम करने के लिए नीतीश कुमार उनका साथ दे रहे हैं। नीतीश कुमार ने महादलित समाज का अपमान किया है।महादलित का दर्जा देकर केवल लॉलीपॉप दिया है, उनके अधिकार के लिए, उनके उत्थान के लिए, उनके विकास के लिए कोई काम नहीं किया है।
लेकिन जब जीतन राम मांझी ने सही मायने में उनके विकास के लिए, हर वर्ग के दबे- कुचले-वंचित-शोषित लोगों के विकास के लिए काम करना शुरू किया तो सामंतवादी प्रवृत्ति के नीतीश कुमार को यह अच्छा नहीं लगा। मांझी को अपमानित कर मुख्यमंत्री की कुर्सी छीन लिया। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में महा दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक समान्य वर्ग समुदाय के लोग तैयार बैठे हैं और लालू नीतीश के गठबंधन को जीरो पर आउट करेंगे। बैठक की अध्यक्षता पंचायती राज प्रकोष्ठ के बेगूसराय जिलाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा एवं उपाध्यक्ष बलवंत कुमार ने की।




