एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने लावारिस मिले बालक को किया परिजनों के सुपुर्द

ऑपरेशन स्माइल के तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने चार दिन पूर्व हर की पौड़ी क्षेत्र से मिले लावारिस बालक को रेस्क्यू कर आज परिजनों के सुपुर्द कर दिया। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जनपद से बिना बताए हरिद्वार आए इस बालक के मां-बाप का देहांत हो चुका है।
पुलिस कप्तान के पीआरओ विपिन पाठक ने बताया कि 11 वर्षीय अंसुल पुत्र स्व: मूंगा लाल निवासी बलसिंडा पीलीभीत को राजकीय बाल कल्याण समिति के आदेश पर बाल संरक्षण गृह में रखकर परिजनों की तलाश शुरू की गई। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने काफी मशक्कत के बाद बालक के चाचा ओमप्रकाश को खोज निकाला। बालक के चाचा ने बताया कि उसके माता -पिता का बचपन में ही स्वर्गवास हो गया था, तब से यह बालक उनके साथ ही रह रहा है। 24 जुलाई को बालक के घर से बिना बताए कहीं चला गया। उसे काफी दिनों तक रिश्तेदारियों में खोजा गया, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर 30 जुलाई को थाना बिलसंडा में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी।
बल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेश पर काउंसलिंग के पश्चात बालक अंशुल को चाचा ओमप्रकाश और फूफा रोशन लाल के सुपुर्द किया गया। परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस की ऑपरेशन स्माइल टीम हरिद्वार का आभार जताते हुए कहा कि आज हमारा भतीजा हमको मिल पाया है।
