जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लोगों में गुस्सा, विभिन्न स्थानों पर केंडल मार्च व प्रदर्शन

अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के तीन अधिकारियों के सर्वोच्च बलिदान से पूरे जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लोगों में गुस्सा व आक्रोष देखा जा रहा है। जहां एक ओर गुरुवार व शुक्रवार को कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर कैंडललाइट मार्च निकाले गए तो वहीं दूसरी ओर गुरूवार को जम्मू में विभिन्न संगठनों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी की और उसके झंड़े जलाकर अपना रोष व्यक्त किया। क्योंकि उनका मानना है कि जो हमारे जवान व अधिकारी बलिदान हो रहे है, उसके पीछे केवल पाकिस्तान का ही हाथ है क्योंकि वह ही जम्मू कश्मीर में आतंकवादी भेज रहा है और उसे बढ़ावा दे रहा है।
गुरूवार को कुपवाड़ा जिले के विभिन्न स्थानों पर मार्च आयोजित किए गए। कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, लोलाब और करनाह उपजिलों में आयोजित केंडल मार्च में मोमबत्ती की रोशनी में एकजुटता की मार्मिक अभिव्यक्ति हुई।
जिला कुपवाड़ा में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने मुख्य शहरों और गांवों से होकर मार्च निकाला, जिसमें विभिन्न समुदाय के लोगों ने भाग लिया। करनाह उपजिला में कैंडललाइट मार्च टीटवाल में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संपन्न हुआ। वहां समुदाय के नेताओं, दिग्गजों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने सभा को संबोधित किया और कर्तव्य के दौरान अपनी जान गंवाने वाले सेना और पुलिस अधिकारियों के बलिदान के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
कुलगाम में नागरिक समाज के सदस्यों ने कर्नल मनप्रीत सिंह 19 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट को श्रद्धांजलि देने के लिए आज कैंडललाइट मार्च निकाला, जो अनंतनाग के कोकरनाग के गडोले इलाके में बुधवार को मुठभेड़ के दौरान बलिदान हुए थे। लोग कुलगाम में मुख्य बाजार और घंटाघर पर एकत्र हुए और मोमबत्तियां जलाकर शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं और एकजुटता व्यक्त की।
बांदीपोरा में नागरिक समाज के सदस्य, पीआरआई, विभिन्न सार्वजनिक कार्यालयों के कर्मचारी, व्यापारी संघ और आम जनता सेना अधिकारियों और एक पुलिस अधिकारी की हत्या पर अपना दुख व्यक्त करने के लिए कैंडललाइट मार्च के लिए एक साथ आए।
बलिदान हुए सैनिकों के परिवारों के प्रति एकजुटता दिखाने, आतंकवाद की निंदा करने और हिंसा को समाप्त करने की मांग करने के लिए लोग हरमुख चौक बांदीपुरा में भी एकत्र हुए।
