मध्य प्रदेश में फिर शुरू हुआ झमाझम बारिश का दौर
बंगाल की खाड़ी के आसपास बने कम दबाव के क्षेत्र से मध्य प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। बुधवार को राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी है। रीवा में सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। भोपाल में भी फुहारें गिर रही हैं। जबलपुर में बीते 24 घंटे में 6.61 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई है। कटनी में दो दिन से बारिश का दौर बना हुआ है। मुड़वारा स्टेशन के आस-पास पानी भर गया है। निचले इलाकों में भी पानी जमा हो गया है। उज्जैन और सतना में भी पानी गिर रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जबलपुर में 168.1, उमरिया में 73.2, मंडला में 69, सीधी में 36.2, रतलाम में 28, बैतूल में 23, सतना में 20.2, ग्वालियर में 16.7, उज्जैन में 15, मलाजखंड में 13.8, खजुराहो में 12, इंदौर में 9.7, दमोह में नौ, सागर में 8.4, दतिया में 7.4, पचमढ़ी में 6.2,रीवा में 5.6, टीकमगढ़ एवं नौगांव में पांच, नरसिंहपुर में चार, नर्मदापुरम और छिंदवाड़ा में तीन, सिवनी में 1.2, भोपाल एवं धार में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। जबलपुर में भारी वर्षा के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
वहीं, मुरैना में चंबल नदी खतरे के निशान से 14 मीटर नीचे बह रही है। नदी का लेवल 138 मीटर है। राजस्थान में हो रही भारी बारिश के कारण कोटा बैराज से चंबल में पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसे में नदी में पानी बढ़ने की पूरी संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे और खासकर निचले इलाकों के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने को कहा है। प्रशासन ने मुनादी भी कराई है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई इलाकों में भारी का अलर्ट जारी किया है। भोपाल मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो गई है। कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों के प्रभाव से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अगले तीन दिन तक बारिश का असर रहेगा। सागर, शहडोल और रीवा संभाग के जिलों में तेज बारिश भी हो सकती है। इसके अलावा ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल संभाग के जिलों में भी कहीं-कहीं छिटपुट बारिश की संभावना है।




