पुतिन का पलटवार: ट्रंप की ‘पेपर टाइगर’ ताने पर नाटो को ललकारा
3 अक्टूबर 2025, मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को कड़ा संदेश दिया है। ट्रंप के ‘कागजी शेर’ ताने का बदला लेते हुए नाटो को ही ‘पेपर टाइगर’ ठहराया। यूक्रेन को टोमाहॉक मिसाइलें देने की धमकी पर चेतावनी: रिश्ते बिगड़ जाएंगे। सोची के वैल्डाई फोरम में पुतिन ने कहा, रूसी सेना मजबूती से आगे बढ़ रही। ट्रंप की तारीफ भी की, अलास्का समिट को उत्पादक बताया। फ्रांस द्वारा रूसी तेल टैंकर पकड़ने को ‘समुद्री डकैती’ कहा। क्या यह नया एस्केलेशन? आइए, इस कूटनीतिक जंग की परतें खोलें।
ट्रंप के ताने पर पुतिन का पलटवार: नाटो ही असली ‘पेपर टाइगर’
सोची के ब्लैक सी रिसॉर्ट में वैल्डाई डिस्कशन क्लब में पुतिन ने ट्रंप के बयान का जवाब दिया। ट्रंप ने कहा था कि 3.5 साल बाद भी रूस छोटे पड़ोसी यूक्रेन को हरा नहीं पाया, इसलिए ‘पेपर टाइगर’। पुतिन ने तंज कसा: “हम पूरे नाटो ब्लॉक से लड़ रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं, कॉन्फिडेंट हैं—फिर पेपर टाइगर? तो नाटो क्या है? जाओ, इसी से निपटो!” उन्होंने दावा किया कि नाटो सभी देश यूक्रेन को हथियार, ट्रेनिंग और इंटेलिजेंस दे रहे। रूसी सेना फ्रंटलाइन पर धीरे लेकिन मजबूती से बढ़त बना रही। पुतिन ने कहा, “नाटो की मिलिट्रीकरण बढ़ रही, लेकिन हम तुरंत जवाब देंगे।” यह बयान रूस की मजबूती का प्रतीक।
टोमाहॉक मिसाइलों पर चेतावनी: रिश्ते बिगड़ेंगे, लेकिन फर्क नहीं पड़ेगा
पुतिन ने अमेरिका को साफ शब्दों में आगाह किया कि यूक्रेन को लंबी दूरी की टोमाहॉक क्रूज मिसाइलें देना ‘नया एस्केलेशन’ लाएगा। सोची फोरम में कहा, “यह मॉस्को-वाशिंगटन रिश्तों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाएगा।” टोमाहॉक की रेंज 2,500 किमी है, जो रूस के अंदरूनी इलाकों को निशाना बना सकती। लेकिन पुतिन ने जोर दिया, “ये मिसाइलें रूस को नुकसान पहुंचाएंगी, लेकिन हमारी एयर डिफेंस जल्द तैनात हो जाएगी। बैलेंस ऑफ पावर नहीं बदलेगा।” यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप से यह मांग की, लेकिन अमेरिका अभी विचार कर रहा। पुतिन ने कहा, “बिना अमेरिकी सैनिकों के इस्तेमाल असंभव।” व्हाइट हाउस चुप्पी साधे।
ट्रंप की तारीफ: अलास्का समिट को ‘उत्पादक’ बताया, न्यू स्टार्ट बढ़ाने का ऑफर
पुतिन ने ट्रंप की खूब प्रशंसा की। अगस्त 2025 के अलास्का समिट को ‘आरामदायक’ और ‘उत्पादक’ कहा। “ट्रंप ने यूक्रेन में शांति के लिए कोशिश की, उनसे बात अच्छी लगी। अगर वे सत्ता में होते, तो युद्ध न होता।” समिट में दोनों ने यूक्रेन पर चर्चा की, लेकिन कोई सीजफायर नहीं। पुतिन ने न्यू स्टार्ट न्यूक्लियर पैक्ट को फरवरी 2026 तक एक साल बढ़ाने का ऑफर दोहराया। यह पैक्ट दोनों देशों को 1,550 वारहेड्स और 700 मिसाइल्स तक सीमित रखता। “अगर उन्हें जरूरत नहीं, तो हमें भी नहीं। हम न्यूक्लियर शील्ड पर भरोसेमंद।” यह तारीफ ट्रंप को खुश करने की कोशिश लगी।
तेल टैंकर विवाद: फ्रांस को ‘समुद्री डकैती’ कहा, नेपोलियन से तुलना
गुरुवार को फ्रांस ने बोराके नामक रूसी ‘शैडो फ्लीट’ तेल टैंकर पकड़ा, जो भारत जा रहा था। संदेह: ड्रोन लॉन्चिंग। पुतिन ने इसे ‘समुद्री डकैती’ कहा। सोची में बोले, “न्यूट्रल वाटर्स में बिना वजह पकड़ा। कोई मिलिट्री कार्गो या ड्रोन नहीं। यह फ्रांस की आंतरिक समस्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश।” मैक्रों की नेपोलियन से तुलना कर तंज: “पाइरेट्स से कैसे निपटें? तबाह कर दो!” चेतावनी: ऐसा दोहराया तो रूस का जोरदार जवाब ग्लोबल ऑयल मार्केट हिला देगा। फ्रांस ने कहा, यह रूस की वार फंडिंग रोकने की रणनीति। पुतिन ने यूरोप को ‘मिलिट्रीकरण’ रोकने को कहा।