• December 26, 2025

सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव: हफ्तेभर में सस्ता हुआ 24 कैरेट गोल्ड

नई दिल्ली, 5 नवंबर 2025: पिछले हफ्ते सोने के बाजार में हलचल मची रही। कभी कीमतें आसमान छूती दिखीं, तो कभी तेजी से नीचे गिरीं। निवेशकों और खरीदारों के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव भरा रहा, लेकिन हफ्ते के अंत में सोने के दामों में गिरावट ने सबका ध्यान खींचा। वैश्विक और घरेलू बाजारों में बदलते आर्थिक संकेतों ने कीमती धातु पर दबाव डाला है। क्या यह गिरावट अस्थायी है, या बाजार में और बदलाव देखने को मिलेंगे? त्योहारी सीजन के बाद मांग में कमी और अंतरराष्ट्रीय कारकों ने सोने की चमक को थोड़ा फीका किया है। आइए, इस हफ्ते के बाजार के रुझानों, कीमतों और विशेषज्ञों की राय पर नजर डालें। यह लेख आपको सोने के बाजार का पूरा हाल समझाने के साथ-साथ खरीदारी और निवेश के लिए जरूरी सुझाव भी देगा।

बाजार में सोने का रुख: तेजी से गिरावट तक

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के दिसंबर वायदा भाव में पिछले सप्ताह गिरावट का सिलसिला देखा गया। शुक्रवार को सोना 224 रुपये टूटकर ₹1,21,284 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ₹1,20,628 से बढ़कर ₹1,22,325 तक गया, लेकिन हफ्ते की शुरुआत में 24 अक्टूबर को यह ₹1,23,451 पर था। यानी, एक हफ्ते में सोना ₹2,167 प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सप्ताह के मध्य में कीमतें ₹1.17 लाख तक लुढ़कीं, लेकिन अंत में हल्का सुधार दिखा। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में तेजी ने सोने पर दबाव बनाया। भारत में त्योहारी मांग के बाद खरीदारी की रफ्तार धीमी पड़ने से भी कीमतें प्रभावित हुईं। निवेशक अब वैश्विक संकेतों पर नजर रखे हुए हैं, जो सोने के भविष्य को तय करेंगे।

घरेलू बाजार: मंदी की चपेट में सोना

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतों में कमी देखी गई। पिछले सप्ताह 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,21,518 से घटकर ₹1,20,770 प्रति 10 ग्राम पर आ गई, यानी ₹748 की गिरावट। विभिन्न कैरेट के सोने के ताजा रेट इस प्रकार हैं: 24 कैरेट ₹1,20,770, 22 कैरेट ₹1,17,870, 20 कैरेट ₹1,07,490, 18 कैरेट ₹97,820, और 14 कैरेट ₹77,900 प्रति 10 ग्राम। IBJA के रेट देशभर में एकसमान रहते हैं, लेकिन मेकिंग चार्ज और 3% जीएसटी के कारण ज्वेलरी की कीमतें शहरों में भिन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन के बाद मांग में कमी और वैश्विक आर्थिक सुधारों ने घरेलू बाजार को प्रभावित किया है। क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट और ब्याज दरों की स्थिरता ने भी सोने की चमक को कम किया है।

निवेश और खरीदारी: क्या है सही रणनीति?

सोने की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों के सामने नए सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती और आर्थिक स्थिरता के कारण निवेशक फिलहाल सोने से दूरी बना रहे हैं। हालांकि, दीर्घकालिक निवेश के लिए यह गिरावट एक अच्छा मौका हो सकता है। यदि वैश्विक अस्थिरता बढ़ती है, तो सोना फिर से तेजी पकड़ सकता है। ज्वेलरी खरीदने वालों को सलाह है कि सोने की शुद्धता की जांच करें। हॉलमार्क जैसे 24 कैरेट पर 999, 22 कैरेट पर 916, और 18 कैरेट पर 750 अंकित होना चाहिए। खरीदारी के समय बिल लेना न भूलें, ताकि भविष्य में रीसेल वैल्यू में परेशानी न हो। बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने में निवेश से पहले वैश्विक और घरेलू रुझानों का अध्ययन जरूरी है।


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