ग्लैमर की चमक छोड़ धर्म की राह पर: 7 अभिनेत्रियों की अनोखी आध्यात्मिक यात्रा
मुंबई, 18 अक्टूबर 2025: बॉलीवुड की चकाचौंध और शोहरत की दुनिया हर किसी को लुभाती है, लेकिन कुछ ऐसी हस्तियां भी हैं जिन्होंने इस चमक को ठुकराकर आध्यात्मिक शांति को चुना। सात अभिनेत्रियों ने न केवल फिल्मी दुनिया को अलविदा कहा, बल्कि धर्म और आत्मिक सुकून की राह पर चल पड़ीं। इन हसीनाओं ने साबित किया कि सच्ची खुशी बाहरी चमक में नहीं, बल्कि भीतर की शांति में है। लेकिन क्या कारण रहे कि इन सितारों ने अपने करियर के चरम पर इतना बड़ा फैसला लिया? क्या थी वो तलाश जो इन्हें मायानगरी से दूर ले गई? आइए, जानते हैं इन सात अभिनेत्रियों की कहानियां, जिन्होंने ग्लैमर की दुनिया को छोड़कर आध्यात्मिकता को गले लगाया और एक नई जिंदगी की शुरुआत की।
जायरा वसीम और सना खान: इस्लाम की राह पर मिला सुकून
जायरा वसीम ने 2016 में ‘दंगल’ से बॉलीवुड में धमाकेदार शुरुआत की थी। उनकी मासूमियत और अभिनय ने दर्शकों का दिल जीता, लेकिन 2019 में महज तीन साल के करियर के बाद उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी। सोशल मीडिया पर जायरा ने लिखा कि अभिनय उन्हें उनके इस्लामी मूल्यों और आध्यात्मिकता से दूर ले जा रहा था। उन्होंने कहा, “मैंने अपने ईमान को खतरे में डाल दिया था, इसलिए यह फैसला लिया।” उनकी ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ और ‘द स्काई इज पिंक’ जैसी फिल्मों की प्रशंसा अभी भी होती है, लेकिन जायरा अब कश्मीर में सादगी भरा जीवन जी रही हैं। इसी तरह, सना खान ने ‘बिग बॉस 6’ और ‘जय हो’ से सुर्खियां बटोरी थीं। 2020 में उन्होंने ग्लैमर छोड़कर इस्लाम को अपनाया। सना ने कहा, “पैसा और शोहरत थी, लेकिन सुकून नहीं।” मुफ्ती अनस से शादी के बाद वे अब धार्मिक और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। दोनों ने अपने फैसले से यह दिखाया कि आध्यात्मिकता उनकी जिंदगी का आधार बन गई। जायरा की तरह सना भी सोशल मीडिया पर अपनी आध्यात्मिक यात्रा साझा करती हैं। इनके फैसले ने युवाओं को धर्म की ओर प्रेरित किया, लेकिन कुछ फैंस इसे करियर की बर्बादी मानते हैं। कुल मिलाकर, दोनों ने साबित किया कि सच्चाई का रास्ता चुनने में हिम्मत चाहिए।
अनघा भोसले और बरखा मदान: भक्ति और बौद्ध धर्म की शरण में
‘अनुपमा’ फेम अनघा भोसले ने टीवी पर ‘नंदिनी’ के किरदार से घर-घर में पहचान बनाई, लेकिन इंडस्ट्री की चमक उन्हें रास नहीं आई। 2022 में उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी और भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन हो गईं। इंस्टाग्राम पर अनघा ने नाम बदलकर राधिका गोपी डीडी रख लिया और लिखा, “इंडस्ट्री की राजनीति ने मुझे थका दिया। अब मैं कृष्ण भक्ति में सुकून पाती हूं।” उनकी तस्वीरें साड़ी में सत्संगों में दिखती हैं, जो उनके बदले जीवन की गवाही देती हैं।
वहीं, बरखा मदान, जिन्होंने ‘खिलाड़ियों के खिलाड़ी’ से बॉलीवुड में कदम रखा था, 2014 में फिल्म ‘सुरखाब’ के बाद गायब हो गईं। मॉडलिंग और ब्यूटी क्वीन रह चुकी बरखा ने बौद्ध भिक्षु बनने का फैसला लिया। अब ग्यालतेन समतेन के नाम से जानी जाने वाली बरखा तिब्बती बौद्ध धर्म के प्रचार में जुटी हैं। उन्होंने कहा, “सच्ची शांति सेवा और ध्यान में है।” दोनों अभिनेत्रियों ने ग्लैमर की दुनिया को ठुकराकर आध्यात्मिकता को गले लगाया। अनघा की भक्ति और बरखा का बौद्ध मार्ग दिखाता है कि आध्यात्मिकता विभिन्न रूपों में सुकून देती है। इनके फैसले ने फैंस को चौंकाया, लेकिन उनके अनुयायियों ने इसे प्रेरणादायक माना। कुल मिलाकर, यह दोनों कहानियां आध्यात्मिकता की ताकत को रेखांकित करती हैं।
वहीं, बरखा मदान, जिन्होंने ‘खिलाड़ियों के खिलाड़ी’ से बॉलीवुड में कदम रखा था, 2014 में फिल्म ‘सुरखाब’ के बाद गायब हो गईं। मॉडलिंग और ब्यूटी क्वीन रह चुकी बरखा ने बौद्ध भिक्षु बनने का फैसला लिया। अब ग्यालतेन समतेन के नाम से जानी जाने वाली बरखा तिब्बती बौद्ध धर्म के प्रचार में जुटी हैं। उन्होंने कहा, “सच्ची शांति सेवा और ध्यान में है।” दोनों अभिनेत्रियों ने ग्लैमर की दुनिया को ठुकराकर आध्यात्मिकता को गले लगाया। अनघा की भक्ति और बरखा का बौद्ध मार्ग दिखाता है कि आध्यात्मिकता विभिन्न रूपों में सुकून देती है। इनके फैसले ने फैंस को चौंकाया, लेकिन उनके अनुयायियों ने इसे प्रेरणादायक माना। कुल मिलाकर, यह दोनों कहानियां आध्यात्मिकता की ताकत को रेखांकित करती हैं।
ममता कुलकर्णी, नूपुर अलंकार, और सोफिया हयात: विवादों से सन्यास तक
90 के दशक की बोल्ड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने ‘करण अर्जुन’ और ‘वक्त हमारा है’ जैसी फिल्मों से सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन अचानक वे लाइमलाइट से गायब हो गईं। खबरें आईं कि उन्होंने विक्की गोस्वामी से निकाह कर इस्लाम अपनाया और नाम आयशा बेगम रख लिया। 2025 में महाकुंभ में उन्हें महामंडलेश्वर का दर्जा मिला, जो विवादों में घिर गया और उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा। ममता अब आध्यात्मिक सत्संगों में दिखती हैं, जो उनकी बदली जिंदगी को दर्शाता है। नूपुर अलंकार, 150 से अधिक टीवी शोज का हिस्सा, ने 2022 में सन्यास ले लिया। पारिवारिक जीवन त्यागकर उन्होंने साध्वी बनने का रास्ता चुना। उनकी सन्यासी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिसने फैंस को हैरान किया। ‘बिग बॉस’ फेम सोफिया हयात ने बोल्ड इमेज को छोड़कर नन बनने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “मैं अब साध्वी हूं, आत्मिक शांति मेरी ताकत है।” इन तीनों ने विवादों और ग्लैमर को पीछे छोड़कर आध्यात्मिकता को अपनाया। ममता का विवाद, नूपुर का सन्यास, और सोफिया का नन बनना उनकी आंतरिक तलाश को दिखाता है। कुल मिलाकर, इन हसीनाओं ने साबित किया कि सच्ची शांति बाहर की चमक में नहीं, बल्कि आत्मा की गहराई में मिलती है।
