• October 14, 2025

किशोर कुमार की चौथी पत्नी लीना का खुलासा: ‘वो जानवरों जैसा चेहरा बनाते, डरावना था’

मुंबई, 14 अक्टूबर 2025: हिंदी सिनेमा के लीजेंड किशोर कुमार की चौथी पत्नी लीना चंदावरकर ने उनके व्यवहार पर चौंकाने वाले खुलासे किए। 60-70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री ने ‘लहरें रेट्रो’ को बताया कि किशोर का मिजाज पल-पल बदलता—कभी गंभीर, कभी बचकाना, कभी डरावना। एक बार गुस्से में ‘जानवरों जैसा चेहरा’ बनाकर डराया। चौथी पत्नी होने की असुरक्षा ने लीना को तनाव दिया, डर था कि किशोर पांचवीं शादी न कर लें। घर छोड़ने की धमकी तक दी, लेकिन किशोर का ग्रुप उन्हें रोकने आया। उनकी जिंदगी का यह अनकहा सच आज भी चर्चा में। क्या थी किशोर की अनसुनी कहानी? पूरी डिटेल्स आगे…

किशोर का डरावना चेहरा: ‘पागल कहलाना पसंद नहीं, जानवर जैसी शक्ल’

लीना चंदावरकर ने 1980 में किशोर से शादी की, जब उनकी उम्र 30 और किशोर की 51 थी। ‘लहरें रेट्रो’ इंटरव्यू में लीना ने बताया, ‘किशोर को “पागल” कहना पसंद नहीं था। उनका मूड बदलता—कभी सीरियस, कभी बच्चा।’ एक घटना में, ‘प्यार अजनबी है’ (1980) की शूटिंग के दौरान, किशोर ने पूछा, ‘मेरे बारे में अफवाहें सुनीं?’ लीना ने मना किया, तो किशोर ने ‘जानवरों जैसा चेहरा’ बनाया। लीना बोलीं, ‘वो डरावना था, जैसे पागल हो गए। मैं हेयर ड्रेसर की ओर देखने लगी।’ बाद में लीना ने माना, ‘हां, रूमर्स सुने।’ किशोर जोर से हंसे, बोले, ‘पहले क्यों नहीं बताया?’ लीना ने कहा, ‘वो बच्चों संग हॉरर फिल्में देखते, ऐसा ही उनका स्वभाव था।’ यह घटना किशोर की सनकी, मजाकिया, लेकिन डरावनी पर्सनैलिटी को दिखाती।

चौथी पत्नी की असुरक्षा: ‘पांचवीं शादी का डर, घर छोड़ने की धमकी

लीना ने अपनी इन्सिक्योरिटी बयां की। किशोर की पहली पत्नियां—रूमा गुहा (1950-58), मधुबाला (1960-69), योगिता बाली (1976-78)—के बाद चौथी पत्नी बनना आसान नहीं। बोलीं, ‘पति-पत्नी में झगड़े होते। मैं पूछती, “देर से क्यों आए? कौन थी वो?” चौथी पत्नी होने से डर था कि कहीं पांचवीं न आए।’ एक बार गुस्से में लीना ने कहा, ‘मैं घर छोड़ रही हूं।’ किशोर ने जवाब दिया, ‘जा, और कभी बात मत करना।’ लेकिन जब लीना जाने लगीं, किशोर का ग्रुप आया, बोला, ‘आपने दुनिया के आठवें अजूबे को बदला, न जाएं।’ लीना रुक गईं। यह जोड़ा ‘मंचली’ (1973) से मिला, जहां लीना हीरोइन और किशोर सिंगर। किशोर की सनक और प्यार ने लीना को बांधा, लेकिन तनाव रहा।
किशोर का जादू: स्क्रीन से लेकर दिल तक, लेकिन जिंदगी थी रोलरकोस्टरकिशोर कुमार (1929-1987) ने 1,200+ गाने गाए, ‘पड़ोसन’, ‘चलती का नाम गाड़ी’ में अभिनय, ‘जhumroo’ बनाया। राजेश खन्ना के लिए ‘रोते-रोते’, अनिल कपूर के लिए ‘माय नेम इज लक’—हर गाना हिट। लेकिन चार शादियां, तलाक, मधुबाला की बीमारी, बेटे अमित के साथ तनाव—उनकी जिंदगी उतार-चढ़ाव भरी। लीना ने कहा, ‘वो जितने जीनियस, उतने जटिल।’ उनकी सनक—रात में पेड़ से बात करना, घर में गाय रखना—मशहूर थी। 1987 में हार्ट अटैक से निधन, लेकिन लीना आज भी उनके गानों को संभालतीं। उनकी स्टोरी सिखाती—जीनियस का दिल समझना आसान नहीं।
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Rama Niwash Pandey

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