तेज प्रताप यादव को मिली Y-प्लस सुरक्षा: बिहार चुनाव से पहले केंद्र सरकार का बड़ा फैसला
पटना, 9 नवंबर: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव को Y-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद अब सीआरपीएफ (CRPF) के कमांडो उनकी सुरक्षा संभालेंगे। बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट में तेज प्रताप की जान को लेकर संभावित खतरे का उल्लेख किया गया था, जिसके बाद मंत्रालय ने यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू किया। चुनावी माहौल में यह फैसला राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी, CRPF संभालेगी सुरक्षा
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों ने तेज प्रताप यादव की सुरक्षा जरूरतों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी। रिपोर्ट में उनकी जान को खतरे की संभावना जताई गई थी। इसी आधार पर मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा श्रेणी बढ़ाने का निर्णय लिया। Y-प्लस सुरक्षा मिलने के बाद अब तेज प्रताप यादव की सुरक्षा सीआरपीएफ की एक विशेष टीम के हाथों में होगी। इस टीम में प्रशिक्षित कमांडो शामिल होंगे जो हर समय उनकी निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। बिहार चुनाव के दौरान राजनीतिक गतिविधियों में उनकी सक्रियता को देखते हुए यह कदम केंद्र के लिए “एहतियाती सुरक्षा उपाय” माना जा रहा है।
क्यों बढ़ाई गई तेज प्रताप यादव की सुरक्षा श्रेणी
तेज प्रताप यादव को पहले भी सुरक्षा दी गई थी, लेकिन हाल के दिनों में उन्हें मिलने वाली धमकियों और चुनावी सभाओं में बढ़ती भीड़ को देखते हुए एजेंसियों ने खतरे का स्तर बढ़ाया। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि चुनावी रैलियों, रोड शो और जनसंपर्क अभियानों के दौरान किसी भी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसी कारण गृह मंत्रालय ने तत्काल प्रभाव से उनकी सुरक्षा को Y-प्लस कैटेगरी में अपग्रेड कर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस फैसले के जरिए केंद्र सरकार बिहार में VIP नेताओं की सुरक्षा को लेकर सख्त रुख दिखाना चाहती है, खासकर ऐसे समय में जब चुनावी माहौल बेहद गर्म है।
क्या होती है Y-प्लस कैटेगरी की सुरक्षा व्यवस्था
Y-प्लस सुरक्षा श्रेणी देश के उच्चस्तरीय वीआईपी प्रोटेक्शन सिस्टम का हिस्सा होती है। इस श्रेणी में कुल 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिनमें 6 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) और 5 स्टैटिक गार्ड शामिल होते हैं।
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स्टैटिक जवान: ये कमांडो तेज प्रताप के घर और आस-पास के इलाके में 24 घंटे तैनात रहेंगे।
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पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर: ये PSO तीन शिफ्टों में काम करते हुए उनके हर मूवमेंट पर नजर रखेंगे और यात्रा के दौरान साथ रहेंगे।
इस व्यवस्था के तहत हर कमांडो अत्याधुनिक हथियारों और संचार प्रणालियों से लैस होता है। Y-प्लस सुरक्षा आमतौर पर उन्हीं नेताओं को दी जाती है जिनकी सुरक्षा को लेकर खतरे का ठोस आकलन हो चुका हो।
तेज प्रताप यादव के लिए यह सुरक्षा न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा कवच है बल्कि चुनावी दौर में बढ़ते जोखिमों के बीच एक रणनीतिक कदम भी माना जा रहा है।