Royal Zarda Pulao Recipe: ईद और शादियों की शान: जानें अफगानी परंपरा के मीठे चावल बनाने का आसान तरीका, जो स्वाद में है बेमिसाल।
त्यौहारों और विशेष आयोजनों पर अक्सर कुछ शाही और स्वादिष्ट बनाने का मन होता है। इसी कड़ी में, पश्तूनी जर्दा पुलाव (Pashtooni Zarda Pulao) एक ऐसा मीठा चावल (Sweet Rice) है जो अफगान और भारतीय पाक कला का एक अद्भुत संगम है। ‘जर्दा’ का शाब्दिक अर्थ है पीला, और यह सुनहरा रंग पुलाव को केसर (Saffron) से मिलता है। केसर और विभिन्न ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) के साथ-साथ खोया (Khoya) और सुगंधित मसालों (Spices) से सुसज्जित यह पुलाव न केवल स्वादिष्ट (Delicious) है, बल्कि पौष्टिक (Nutritious) भी है। यह ईद, शादियों और अन्य पर्वों की रौनक बढ़ाने वाली एक उत्तम डिश है। इसकी पारंपरिक रेसिपी जटिल लग सकती है, लेकिन इसे घर पर बनाना बेहद आसान है। तो चलिए जानते हैं पूरी खबर क्या है, जानते हैं विस्तार से…
शाही पश्तूनी जर्दा पुलाव की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि
जर्दा पुलाव की पृष्ठभूमि दक्षिण एशिया और अफगानिस्तान (Afghanistan) की समृद्ध पाक परंपरा से जुड़ी है। यह एक ऐसा मीठा व्यंजन है जो खुशी और उत्सव को दर्शाता है। इसे पश्तूनी जर्दा पुलाव इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अफगानिस्तान के पश्तून (Pashtoon) समुदायों के खानपान का हिस्सा रहा है, जहाँ इसे खास मौकों पर बनाया जाता है। इस पुलाव की विशेषता यह है कि यह केसर (Saffron) के इस्तेमाल से एक गहरा, सुनहरा रंग और एक अनोखी सुगंध लेता है। भारतीय परंपरा में भी यह मीठे चावल की एक शाही किस्म है। इसमें बासमती चावल (Basmati Rice) का उपयोग किया जाता है, जिन्हें घी (Ghee), मसालों (Spices), और गुलाब जल (Rose Water) जैसी सामग्री के साथ पकाया जाता है, जो इसे उत्सव के लिए एक आदर्श, सुगंधित (Aromatic) और पौष्टिक (Nutritious) डिश बनाते हैं।
चावल और केसर की तैयारी का घटनाक्रम
इस शाही जर्दा पुलाव का मुख्य खुलासा इसकी तैयारी की विधि में छिपा है, विशेषकर चावल (Basmati Rice) और केसर (Saffron) को तैयार करने के घटनाक्रम में। सबसे पहले 750 ग्राम बासमती चावल को कम से कम 1 घंटे के लिए भिगोना आवश्यक है ताकि चावल के दाने लंबे और खिले-खिले बनें। दूसरा महत्वपूर्ण कदम केसर का मिश्रण तैयार करना है। एक छोटी कटोरी में गर्म दूध (Milk) में 1 ग्राम केसर के रेशे, ½ छोटा चम्मच गुलाब जल और चीनी (Sugar) मिलाकर भिगोया जाता है। यह मिश्रण ही पुलाव को उसका विशिष्ट सुनहरा रंग (Golden Hue) और मीठी खुशबू (Sweet Aroma) देता है। चावल को केवल 80% तक ही उबाला जाता है ताकि वे बाद में मसाले वाले घोल में पूरी तरह पक सकें। पानी छानने के बाद, चावल में आधा 200 ग्राम घी मिलाकर उन्हें मिलाया जाता है ताकि दाने अलग-अलग (Fluffy Grains) रहें।
खुशबूदार मसाले और ड्राई फ्रूट्स भूनने की प्रतिक्रियाएं
पुलाव को शाही स्वाद देने के लिए मसालों (Spices) और ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) को घी में भूनने की प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह चरण मसालों की खुशबू (Aroma) को उजागर करता है और पुलाव को गहराई देता है। बचे हुए घी (Ghee) को गर्म करके, पिस्ता (Pistachios), बादाम (Almonds), काजू (Cashews), और किशमिश (Raisins) जैसे ड्राई फ्रूट्स को सुनहरा होने तक भूना जाता है, जिससे उनकी पौष्टिक (Nutritious) गुणवत्ता और स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं। इन्हें निकालने के बाद, उसी घी में हरी इलायची (Green Cardamom), काली इलायची (Black Cardamom), दालचीनी (Cinnamon), तेजपत्ता (Bay Leaves), लौंग (Cloves), और सौंफ (Fennel Seeds) डालकर 30 सेकंड तक भूनने की प्रतिक्रिया की जाती है। इस प्रक्रिया से मसालों की सुगंध घी में मिल जाती है। अंत में, केसर वाला दूध-चीनी मिश्रण डालकर एक मिनट तक उबालना, पुलाव को एक शाही स्वाद (Royal Flavor) देने की कुंजी है।
धीमी आँच पर पकाने और सजावट की आगे की कार्रवाई
जर्दा पुलाव को पूर्णता तक पहुँचाने के लिए आगे की कार्रवाई दम (Dum) विधि का उपयोग करके पकाने पर केंद्रित है। उबले हुए चावल (Parboiled Rice) को अब सुगंधित मसाले वाले मिश्रण में डाला जाता है और हल्के हाथों से मिलाया जाता है ताकि चावल के दाने न टूटें। पैन को कसकर ढक दिया जाता है और धीमी आँच (Low Flame) पर 10-12 मिनट तक पकाया जाता है। इस ‘दम’ प्रक्रिया से चावल पूरी तरह पक जाते हैं और केसर (Saffron) तथा मसालों की खुशबू (Aroma) उनमें पूरी तरह समा जाती है। गैस बंद करने के बाद, 150 ग्राम खोया (Khoya) को चूरा करके पुलाव के ऊपर डाला जाता है, जो इसे मलाईदार बनाता है। अंतिम चरण भुने हुए ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) से पुलाव को सजाना है। यह पुलाव गरमागरम परोसने पर त्यौहारों (Festivals) या किसी भी आयोजन की मेज पर एक शाही डिश (Royal Dish) के रूप में चमकता है।