गले में मां का दूध फंसने से नवजात की मौत, गम में महिला ने बड़े बेटे संग दी जान
केरल में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है। यहां इडुक्की जिले के उप्पुथरा में 28 दिन के नवजात बच्चे की मां का दूध पीने के दौरान दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना से व्यथित होकर महिला ने अपने अपने 7 साल के बेटे के साथ कुएं में कूदकर आत्महत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, महिला और उसके बेटे का शव कुएं से बरामद किया जा चुका है।
केरल में दिल विचलित कर देने वाली घटना प्रकाश में आई है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, महिला के 28 दिनी शिशु की स्तनपान करने से मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक, नवजात की मौत दम घुटने की वजह से हुई है। यह घटना बुधवार की बताई जा रही है। इस घटना से महिला इतना व्यथित हो गई कि उसने आत्मघाती कदम उठाते हुए अपने बड़े बेटे (उम्र 7 वर्ष) के साथ कुएं में कूदकर जीवनलीला समाप्त कर दी।
महिला कैथप्पल की रहने वाली थी। पुलिस के अनुसार, दोनों का शव गुरुवार सुबह 6 बजे कुएं से बरामद कर लिया गया है। रिश्तेदारों ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि नवजात बच्चे की मौत के बाद से महिला सदमे में थी। बुधवार शाम को शिशु के अंतिम संस्कार के बाद से ही परिवार वाले उस पर नजर रखे हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार सुबह जब परिवार चर्च के लिए निकला तो महिला ने बड़े बच्चे के साथ यह आत्मघाती कदम उठाया।
दूध पिलाते वक्त सावधानी
विशेषज्ञों की मानें तो नवजात को दूध पिलाने के दौरान बेहद सावधानी बरतना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब मां बच्चे को दूध पिलाती है तो सावधानी न बरतने पर बच्चे की मौत हो सकती है। दरअसल, कई बार दूध बच्चे की खाने की नली में जाने के बजाय सांस की नली में चला जाता है। इस नली को डॉक्टरी भाषा में ट्रैकिया कहते हैं। सांस की नली से दूध फेफड़ों में चला जाता है और दम घुटने से बच्चे की मौत तक हो सकती है।